UP Waqf Board Assets: मोदी सरकार मानसून सत्र के दौरान वक्फ बोर्ड को नियंत्रित करने वाले 1995 के कानून में संशोधन करने के लिए एक विधेयक ला सकती है. सूत्रों का दावा है कि ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि वक्फ बोर्ड के कामकाज में अधिक जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके. मौजूदा वक्फ एक्ट में करीब 40 संशोधन हो सकते हैं. साथ ही इन निकायों में महिलाओं की भी भागीदारी अनिवार्य करने की बात भी कही जा रही है.वक्फ बोर्ड की शक्तियों और उसकी कार्यप्रणाली में संशोधन से संबंधित बिल सरकार संसद में ला सकती है.


अगर यूपी के संदर्भ में बात करें तो यहां सुन्नी बोर्ड के पास कुल 2 लाख 10 हजार 239 संपत्तियां हैं. वहीं शिया बोर्ड के पास 15 हजार 386 संपत्तिया है. देश में कुल 30 वक्फ बोर्ड हैं.


बता दें कि मौजूदा कानून में 40 से अधिक बदलावों वाला संशोधन विधेयक मौजूदा संसद सत्र में लाया जा सकता है. मिली जानकारी के अनुसार कानून में प्रस्तावित प्रमुख बदलावों में बोर्ड की ओर से किसी भूमि को वक्फ संपत्ति घोषित करने से पहले उसका सत्यापन सुनिश्चित करना शामिल है. सूत्रों के अनुसार  प्रस्तावित विधेयक के अनुसार, विभिन्न राज्य बोर्ड की ओर से दावा की गई विवादित भूमि का नए सिरे से सत्यापन भी किया जाएगा. वक्फ बोर्ड की संरचना के संबंध में किए गए बदलावों से इन निकायों में महिलाओं को शामिल करना सुनिश्चित होगा.


क्या है वक्फ बोर्ड 
वक्फ बोर्ड वक्फ संपत्तियों का प्रबंधन करता है. वक्फ को दान का एक रूप माना जाता है. वक्फ मुस्लिम समुदाय के विकास के लिए दी गई संपत्ति है. संपत्ति और संपत्ति से हुए मुनाफे को हर राज्य के वक्फ बोर्ड प्रबंधन करते है. 1954 में भूतपूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की अगुवाई वाली सरकार ने वक्फ अधिनियम पारित किया था. सरकार ने 1964 में केंद्रीय वक्फ परिषद की स्थापना की थी. साल 1955 में प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में वक्फ बोर्ड के गठन की अनुमति देने के लिए कानून में संशोधन किया गया. वक्फ बोर्ड यह सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार है कि वक्फ संपत्ति से उत्पन्न आय का उपयोग मुस्लिम समुदाय के विकास के लिए किया जाए.


यूपी सुन्नी बोर्ड


यूपी में सुन्नी बोर्ड के पास कुल 2 लाख 10 हजार 239 संपत्तियां है. वहीं इनके पास कुछ ऐसी भी संपत्तियां है जो ऐतिहासिक हैं-
-शाही अटाला मस्जिद जौनपुर
-दरगाह सैयद सालार मसूद गाजी बहराइच 
-टीले वाली मस्जिद लखनऊ
-जामा मस्जिद लखनऊ
-नादान महल मकबरा लखनऊ
-सलीम चिस्ती का मकबरा फतेहपुर सीकरी
-धरहरा मस्जिद वाराणसी


यूपी शिया बोर्ड


यूपी में शिया बोर्ड के पास कुल 15 हजार 386 संपत्तियां है. वहीं इनके पास जो संपत्तियां है, उनमें कुछ संपत्तियां ऐतिहासिक है. ये कई प्रमुख शहरो में भी हैं. इन ऐतिहासिक इमारतों के नाम इस प्रकार है-
-बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ
-छोटा इमामबाड़ा लखनऊ
-इमामबाड़ा किला -ए-मुअल्ला रामपुर 
-मकबरा जनाबे आलिया रामपुर 
-इमामबाड़ा काशबाग रामपुर
-बहू बेगम का मकबरा, फैजाबाद
-दरगाहे आलिया नजफ़-ए-हिन्द बिजनोर
-मजार शहीद-ए-सालिस आगरा


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