UP Weather AQI Today: दिल्ली और एनसीआर की आबोहवा में सुधार के संकेत नजर नहीं आ रहे हैं. हर घंटे के साथ प्रदूषण में बढ़ोतरी जारी है. धुंध और कोहरे से दिन में सूरज नजर नहीं आता है. सड़क पर चलने के लिए लोगों को रोशनी का सहारा लेना पड़ रहा है. हर घंटे के साथ सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है. जहरीली हवा में लोगों का दम घुटने लगा है. नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स के अनुसार नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में हालत गंभीर हैं.
जानिए यूपी के इन शहरों की कैसी है आबोहवा
आज (5 नवंबर) को सुबह 6 बजे तक गाजियाबाद में वसुंधरा का वायु गुणवत्ता सूचकांक 429 पर पहुंच गया. यूपी के कई अन्य शहरों की हवा में भी जहर घुल गया है. नोएडा की आबोहवा भी रहने लायक नहीं बची है. सेक्टर 116 का एयर क्वालिटी इंडेक्स 445 है. सेक्टर 1 की भी हालत गंभीर है. सेक्टर 62 में प्रदूषण उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-3 का प्रदूषण गंभीर श्रेणी को पार करने वाला है. वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर श्रेणी में पहुंचने से मात्र दो अंक दूर है.
दिन गुजरने के साथ सांस लेना हुआ मुश्किल
प्रदूषण की मार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वायु गुणवत्ता सूचकांक 498 पहुंच गया है. हापुड़ की भी आबोहवा बहुत खराब स्थिति में है. मेरठ में भी प्रदूषण की मार से लोगों को राहत नहीं है. जय भीम नगर का वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब है.
मुजफ्फरनगर की भी आबोहवा शुद्ध नहीं है. नई मंडी का वायु गुणवत्ता सूचकांक 263 है. दिल्ली- एनसीआर में लोगों को प्रदूषण से निजात दिलाने के लिए ग्रैप 3 की पाबंदियां लागू हैं. नियमों का उल्लंघन करनेवालों से चालान वसूले जा रहे हैं. निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है. नोएडा फेडरेशन ऑफ अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन ने प्रदूषण पर काबू पाने के लिए दिल्ली की तर्ज पर सम-विषम योजना लागू करने की मांग की है.