यूपी के इस जिले में पारा 50 के करीब, गर्मी से बुरा हाल, जानें- अभी की हालत
UP News: मौसम विभाग ने गोरखपुर में हीटवेव को लेकर अलर्ट जारी किया है. साथ आने वाले दिनो में पारा और ज्यादा बढ़ने का अनुमान है. सोमवार का दिन गोरखपुर का सबसे गर्म दिन रहा.
Gorakhpur News: देश के अलग-अलग राज्यों के साथ यूपी में भी आग बरस रही है. कई शहर अधिकतम और न्यूनतम तापमान के थर्मामीटर को तोड़ने पर आमादा है. गोरखपुर भी आसमान से बरसती आग के रिकार्ड को तोड़ रहा है. 27 मई को पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया. अधिकतम तापमान 42.2 डिसे और न्यूनतम तापमान 29.9 डिसे रिकॉर्ड किया गया. मौसम विज्ञानियों ने हीट वेव का अलर्ट जारी किया है. इस भीषण गर्मी में हीटवेव जानलेवा साबित हो सकती है.
गोरखपुर के आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने आईएमडी के मौसम वैज्ञानिकों के हवाले से बताया कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान अपने रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया है. उन्होंने बताया कि 27 में का अधिकतम तापमान 42.2 डिसे रिकार्ड किया गया. वहीं न्यूनतम तापमान 29.9 दर्ज किया गया. सुबह और शाम को आद्रता (Humidity) का स्तर 55% और 54% रिकार्ड सर्वाधिक रिकॉर्ड किया गया.
जानलेवा साबित हो सकती है हीटवेव
मौसम विज्ञानियों के माने तो 28 मई को भी अधिकतम पारा 43 डिग्री सेंटीग्रेड और न्यूनतम पर 28 डिग्री सेंटीग्रेड रहने की संभावना है. 29 मई को भी भीषण गर्मी से राहत मिलती हुई नहीं दिख रही है. इस दिन अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेंटीग्रेड और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेंटीग्रेड पर रहेगा. 30 मई को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेंटीग्रेड और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेंटीग्रेड रहने की संभावना है.
31 मई को अधिकतम तापमान 1 डिग्री सेंटीग्रेड बढ़कर 41 पर पहुंच जाएगा. जबकि न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेंटीग्रेड रहेगा. 1 जून को पर फिर अपने चरम पर पहुंचने की संभावना है. गोरखपुर में 1 जून को मैक्सिमम टेंपरेचर 42 डिग्री सेंटीग्रेड और न्यूनतम टेंपरेचर 28 डिग्री सेंटीग्रेड रहने का मौसम विज्ञानियों ने अनुमान जताया है. 2 जून को भी पारा 42 डिसे और 28 डिसे रहेगा. इस दौरान हीट वेव जानलेवा साबित हो सकती है.
अस्पतालों मे बढ़ी मरीजों की संख्या
गोरखपुर जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. बीके सुमन ने बताया कि इस भीषण गर्मी में हीट वेव के शिकार मरीजों की तादाद बढ़ गई है. ऐसे मरीजों का उपचार किया जा रहा है. घर से बाहर निकलने वाले लोगों को सलाह दी जा रही है कि पूरे शरीर को ढंककर निकलें. अधिक से अधिक पानी और तरलपेय का सेवन करें. शरीर में पानी की कमी न होने दें. किसी भी तरह की परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लें.
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