Agra Weathre News: भीषण गर्मी के प्रकोप से लगातार लोग बेहाल हैं और मानसून का इंतजार कर रहे हैं. क्योंकि इस तपती हुई जमीन को मानसून की बारिश ही शांत कर सकेंगी. भीषण गर्मी के बीच अगर कहीं ठंडक मिलती है तो वह होती वृक्ष की छांव. जब तपती हुई गर्मी और चिलचिलाती धूप सताती है तो बस एक पेड़ की छांव याद आती है. क्योंकि गर्मी कितनी भी हो या फिर तेज धूप हो जब वृक्ष की छाव के नीचे आ जाते हैं तो राहत मिलती है.


वृक्ष फल, फूल, छाव के साथ साथ जीवन को जीने के लिए बेहद जरूरी ऑक्सीजन देते हैं. तो सभी की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि जब प्रकृति से हमें नि शुल्क इतना कुछ मिलता है, जो हमारे जीवन के लिए बेहद जरूरी है तो क्या हम भी प्रकृति की थोड़ी देखभाल नहीं कर सकते हैं. अगर भीषण गर्मी से बचना है तो वृक्ष की छांव जरूरी है और वृक्ष की छांव तब मिलेगी जब एक पौधा वृक्ष बनेगा.


नर्सरी में पौधों की डिमांड बढ़ी


भीषण गर्मी का दौर लगातार जारी है और अब लोगों की निगाहें मानसून पर है. जैसे जैसे मौसम विभाग मानसून को लेकर अपडेट करता है वैसे वैसे लोग और बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इस बार का मानसून खास है क्योंकि मानसून आते ही बड़े स्तर पर वृक्षारोपण किया जाएगा. नर्सरी में छोटे छोटे पौधे वृक्ष बनने को तैयार हैं. बस इंतजार है मानसून का और वृक्षारोपण का है. मानसून में जब एक पौधा लगाया जाएगा जो वृक्ष बन सभी को लाभ पहुंचाएगा. आगरा के बड़े बड़े समाजसेवी वृक्षारोपण को आगे आ रहे हैं. नर्सरी में पौधों की डिमांड आ रही है.


मानसून में नर्सरी के छोटे छोटे पौधों को रोपण किया जाएगा, जो वृक्ष बन सभी को लाभ पहुंचाएंगे. मानसून के दौरान बड़े स्तर पर वृक्षारोपण की तैयारी है. इस भीषण गर्मी के बीच लोग मानसून का इंतजार कर रहे है तो इंतजार मानसून का इसलिए भी है क्योंकि मानसून में वृक्षारोपण किया जाएगा. नर्सरी में वृक्षारोपण के लिए पौधों की डिमांड आ रही है. सामाजिक लोग आगे आ रहे हैं, जितना ज्यादा वृक्षारोपण होगा उतना हम प्रकृति का संरक्षण कर पाएंगे.


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