कानपुर: योगी सरकार भले ही किसानों के हित के लिए तमाम योजनाएं निकाल रही हो लेकिन अधिकारी सरकार की योजनाओं पर बट्टा लगाने से बाज़ नहीं आ रहे हैं. कानपुर देहात के दीघ क्रय केंद्र में हजारों क्विंटल गेहूं ट्रॉलियों में लदा खड़ा है और बरसात की मार झेल रहा है. लेकिन यहां इसे खरीदा नहीं जा रहा है. कारण साफ है कि अधिकारी बिना घूस के तौल करने को तैयार नहीं है. सरकारी मानक 20 रुपये के ऊपर 5 से 10 रुपये मांगे जा रहे हैं.
बता दें कि शासन ने 15 जून को गेहूं खरीद की अंतिम तारीख घोषित कर दी थी. यानी आज गेहूं खरीद का अंतिम दिन है. बावजूद इसके अभी भी किसानों का गेहूं क्रय केंद्रों के बाहर बरसात झेल रहा है और उसकी कोई भी सुध लेने वाला नहीं है. अगर आप अपना गेहूं क्रय केंद्र में बेचना चाहते हैं तो अपनी जेब ढीली करने के लिए तैयार हो जाइए.
व्यापारियों से मोटी रकम वसूलकर उनका अनाज खरीद लिया जा रहा
किसानों की समस्या सुनकर आपका सरकारी महकमे के ऊपर से विश्वास उठ जाएगा. सरकार के गलियारे से योजनाएं निकलती तो हैं लेकिन जनता तक पहुंचते पहुंचते दम तोड़ देती हैं. क्रय केंद्रों पर व्यापारियों से मोटी रकम वसूलकर उनका अनाज खरीद लिया जा रहा है और किसान अपने नंबर के लिए 15 दिनों से इंतज़ार कर रहे हैं. ऐसे में शासन ने अंतिम तारीख घोषित कर बहुत से किसानों को कर्ज के बोझ में डाल दिया है. भारी मात्रा में अनाज को लेकर आखिर किसान कहां जाएगा.
सरकारी महकमे में घूस का ये आरोप दरअसल किसान लगा रहे हैं. किसान कह रहे हैं कि उनसे गेहूं खरीद और तौल के लिए क्रय केंद्र पर घूस मांगी जा रही है. अब सवाल ये उठता है कि बेबस किसान अब क्या करे. अधिकारी कार्यवाही की बात तो कह रहे हैं लेकिन ये कार्यवाही कब होगी ये देखना बाकी है.
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