UP News: उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. प्रियंका मौर्य ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है. आरोप है कि मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के पीए और उन्नाव जिले का डीएम बनकर कॉलर्स ने उन्हें फोन किया और निजी जानकारी मांगी. इस मामले में डॉ. प्रियंका मौर्य ने आरोप लगाया कि विपक्ष के लोग उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं.


प्रियंका की शिकायत के मुताबिक उनको पहला फोन 9 सितंबर को आया, वे कानपुर रोड स्थित एलडीए कॉलोनी में अपने निवास पर थीं. उनके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से कॉल आई और कॉलर ने खुद को उन्नाव का जिलाधिकारी बताते हुए उनसे निजी जानकारी मांगी. इस घटना के कुछ सप्ताह बाद 30 सितंबर को दूसरी कॉल आई, तब कॉलर ने खुद को मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव का पीए बताया. उन्होंने कहा कहा कि उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाने वाली है, जिसके लिए उनकी व्यक्तिगत जानकारी की आवश्यकता है. इस मामले की गंभीरता को समझकर राज्य महिला आयोग की सदस्य ने कृष्णा नगर थाने में केस दर्ज कराया है. पुलिस ने शनिवार को केस दर्ज किया और जांच शुरू कर दी है.


सैलरी पूछने पर प्रियंका को हुआ शक


प्रियंका ने इस मामले में एबीपी लाइव से बातचीत में बताया कि कुछ दिनों से उनकी जाति के साथ-साथ अन्य कई चीज पूछते हुए कई दिन फोन आए. जाति समेत कुछ अन्य पर्सनल जानकारियां तक तो ठीक थी जब सैलरी जैसे विषय भी पूछे जाने लगे तब उनको कुछ शंका हुई. जब उनकी नियुक्ति सरकार ने ही की है फिर शासन से जुड़े हुए लोग ऐसी जानकारी क्यों मांग रहे हैं. उन्होंने फोन करने वाले व्यक्ति को कहा कि वह आमने-सामने बैठकर बात कर लें फिर सामने वाले की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई.


नंबरों को सर्विलांस के लिए भेजा- एसएचओ


प्रियंका को लगता है कि किसी ने राजनीतिक षड्यंत्र के तौर पर यह चीज उनके साथ की है और इस बाबत उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है. वहीं इस मामले में कृष्ण नगर थाने के SHO का कहना है कि उन्होंने जिन नंबरों के लिए शिकायत प्राप्त हुई है, उन नंबरों को सर्विलांस को भेजा गया है और जानकारी पता की जा रही है. जो भी तथ्य निकल के सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.


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