UP News: 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में होने जा रहे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Ramlala Pran Pratistha) कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र भेजने की शुरुआत हो गई है. अगले दो महीने पूरे प्रदेश को राममय बनाने की तैयारी में योगी सरकार जुट गई है. 14 से 22 जनवरी तक हर जिले के चिह्नित मंदिरों में रामचरितमानस और हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा. उत्तर प्रदेश सरकार का संस्कृति विभाग पूरे प्रदेश में रामोत्सव का आयोजन करेगा. सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत भजन संध्या से लेकर प्रवचनों का आयोजन होगा.


पूरे प्रदेश को राममय बनाने की तैयारी में योगी सरकार


पिछले दिनों अनुपूरक बजट में योगी सरकार ने 100 करोड़ रुपए भव्य आयोजन के लिए आवंटित किए हैं. आने वाले दिनों में अयोध्या के साथ-साथ अन्य 74 जिलों में भी रामलीला और राम कथा होगी. लोगों को रामायण से जुड़े हुए प्रवचन सुनने को मिलेंगे. देश-विदेश के दिग्गज प्रस्तुतियां देंगे और कथाएं सुनाएंगे. मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा, सिक्किम, छत्तीसगढ़, केरल, जम्मू कश्मीर और लद्दाख से रामलीला मंडली भगवान राम के जीवन पर आधारित अलग-अलग प्रसंग पर प्रस्तुतियां देंगी.


रामोत्सव के लिए विदेशों से भी बुलाई जा रही है मंडली


भारत के बाहर से भी कलाकार बुलाए जा रहे हैं. रामोत्सव कार्यक्रम के लिए नेपाल, कंबोडिया, थाईलैंड, सिंगापुर, श्रीलंका, इंडोनेशिया जैसे देशों की रामलीला मंडली को बुलाया गया है. इसके साथ प्रदेश की सभी 826 नगर निकायों में भी अलग-अलग कार्यक्रम होंगे. पूरे भारत को एक सूत्र में बांधने के लिए रामचरण पादुका यात्रा और झांकियां भी निकाली जाएंगी. योगी आदित्यनाथ की सरकार अगले दो महीने पूरे प्रदेश में राममय माहौल बनाना चाहती है. राम मंदिर करोड़ों लोगों की आस्था का विषय है. भव्य कार्यक्रम करवा कर योगी सरकार सभी को एक साथ जोड़ना चाहती है. इस दौरान कई विश्व रिकॉर्ड भी बनने वाले हैं. 


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