UP Sugarcane Price Hiked: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने यूपी में गन्ने का दाम 20 रुपये प्रति कुंतल बढ़ाकर किसानों को लोकसभा चुनाव से पहले तोहफा दिया है. हालांकि विपक्ष इसे किसानों के साथ मजाक बता रहा है. गन्ने पर पश्चिमी यूपी में विपक्ष ने सियासी गदर करने के तैयारी कर ली है. सपा, कांग्रेस, आसपा, आरएलडी ने सरकार को घेरने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है.


पश्चिमी यूपी की सियासत गन्ना किसानों के इर्द गिर्द घूमती है. गन्ना किसान जिसके साथ नजर आते हैं वहीं लखनऊ और दिल्ली की गद्दी पर बैठता है. पश्चिमी यूपी को शुगर बाउल भी कहा जाता है और यहां से जो हवा चलती है उसकी धमक पूरे यूपी और दिल्ली में दिखाई देती है. पैराई सत्र शुरू हुए अरसा हो गया, लेकिन गन्ने का दाम घोषित न होने से किसान परेशान था. किसानों की नजर लखनऊ पर थी, आखिरकार योगी सरकार ने गन्ने का दाम 20 रुपया बढ़ा दिया. यूपी सरकार की इस बढ़ोत्तरी को काफी बताकर किसानों के लिए तोहफा बता रही है, लेकिन विपक्ष इसे नाकाफी बताकर पश्चिमी यूपी से सरकार के खिलाफ बिगुल बजाने की तैयारी कर रहा है. गन्ना किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरने में जुट गया है. 


कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने इस मामले पर कहा 20 रुपये बढ़ाना किसानों को लॉलीपॉप थमाने जैसा है, कम से कम 150 रुपये बढ़ने चाहिए थे. जब डीजल 60 था तब भी यही दाम आज डीजल आसमान पर है फिर वही दाम. यूरिया बढ़ गया, महंगाई बढ़ गई, किसानों की आय नहीं बढ़ी. किसान सम्मान निधि की तरह ही 20 रुपये बढ़ाकर किसानों को भिखारी बनाने की तैयारी है.


वहीं भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने 20 रुपये गन्ने का दाम बढ़ने को नाकाफी बताया, उन्होंने कहा कि किसानों की वोट खरीदने का इंतजाम है लेकिन किसान झांसे में नहीं आएगा. क्योंकि किसान नाराज है. कुछ दिन में पेट्रोल डीजल पर दाम बढ़ाकर हिसाब बराबर कर लेंगे. आवारा पशुओं से फसलों के नुकसान की भरपाई भी सरकार करे और साल 2022 में फ्री बिजली पानी का वादा भी पूरा करे. आसपा प्रमुख ने कहा कि गन्ने का दाम 50 रुपये बढ़ना चाहिए था.


RLD बोली ऊंट के मुंह में जीरा 


राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव कुलदीप उज्ज्वल का कहना है कि 20 पैसे किलो गन्ने का दाम बढ़ाना ऊंट के मुंह में जीरा है, किसान खून के आंसू रो रहा है. हमारे नेता जयंत चौधरी के आदेश पर अब पश्चिम में किसानों के हक में बड़ा आंदोलन होगा. आरएलडी प्रवक्ता मनीषा अहलावत का कहना है कि किसानों के लिए गन्ने की मूल्य 20 रुपये बढ़ाना भद्दा मजाक है, यह दाम 450 हो.


वहीं पूर्व सांसद और सपा नेता कादिर राणा का कहना है 20 रुपए बढ़ाना लुभाव है, किसानों के साथ धोखा है. अगर सरकार किसानों की मेहनत का भी पैसा नहीं दे सकती तो फिर और वादे कैसे पूरा करेगी. 20 रुपये दाम बढ़ने से न किसान खुश हैं और ना हम. बड़े आंदोलन की तैयारी करनी पड़ेगी.


सरकार के हर फैसले का विरोध करना विपक्ष का धर्म बना- बीजेपी


यूपी में गन्ने का दाम 20 रुपये बढ़ने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और बागपत सांसद डॉक्टर सत्यपाल सिंह का कहना है कि सरकार के इस फैसले का मैं स्वागत करता हूं, किसानों की आय बढ़ाने का जो संकल्प लिया गया है उसकी दिशा में ये एक कदम है. जहां तक विपक्ष की बात है तो विपक्ष ने सरकार के हर फैसले का विरोध करना अपना धर्म बना लिया है. विपक्ष अपनी जमीन खो चुका है इसलिए प्रलाप कर रहा है.


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