लखनऊ. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी की अध्यक्षता में बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य की समीक्षा लोक भवन में की गई. इस बैठक में यूपीडा के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निर्माण कम्पनियों के प्रतिनिधि और सभी पी.आई.यू. के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मौजूद थे.
एक्सप्रेस-वे के सर्विस रोड पर आने वाली सभी समस्याओं का तेजी से हो समाधान
इस बैठक में अवस्थी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे एक्सप्रेस-वे के मेन कैरिज-वे और सर्विस रोड पर आने वाली सभी समस्याओं का समाधान तेजी से कराना सुनिश्चित करें. अवस्थी ने निर्माण कार्य करने वाली कम्पनियों को भी निर्देशित किया कि वे गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखते हुए फ्लाईओवर का निर्माण कार्य तेजी से कराएं. इसके अलावा स्ट्रक्चर्स के निर्माण कार्य को भी तेजी से कराना सुनिश्चित करें. इसके साथ ही उन्होंने यूटिलिटी शिफ्टिंग के कार्य जैसे टयूबवेल और इलेक्ट्रिकल लाइन्स को हटाने के भी निर्देश दिए जिससे एक्सप्रेस-वे का निर्माण तेजी से हो सके.
पुलों का निर्माण तेजी से शुरू किया जाए: अवस्थी
इसके अलावा अवस्थी ने यह भी कहा कि एक्सप्रेस-वे के मार्ग में पड़ने वाली नदियों केन, बेतवा व यमुना पर बनने वाले पुलों का निर्माण तेजी से प्रारम्भ किया जाए, जिसका निरीक्षण वह खुद करेंगे. अवस्थी ने एक्सप्रेस-वे के मार्ग में पड़ने वाले सभी जनपदों के जिलाधिकारियों से बात कर उन्हें एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य को त्वरित गति से कराने के निर्देश दिए.
बता दें कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे चित्रकूट में भरतकूप के पास से शुरू होकर बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया होते हुए आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर नेशनल हाईवे 0-91 (इटावा-बेवर मार्ग) से लगभग 16 किलोमीटर पूर्व कुदरैल गांव के पास खत्म होगा. इस एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 296.07 किलोमीटर है. जिसका निर्माण 6 पैकेजों में किया जा रहा है. यह एक्सप्रेस-वे 4 लेन चौड़ा साथ ही 06 लेन में विस्तार लिये होगा. फिलहाल एक्सप्रेस-वे के निर्माण का 16 फीसदी काम पूरा कर लिया गया है.
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