प्रयागराज, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पीसीएस की परीक्षा में बड़ा बदलाव किया है। इसके तहत मुख्य परीक्षा के 33 वैकल्पिक विषयों में से 5 को खत्म कर दिया गया है। इनमें अरबी और फारसी के साथ ही सोशल वर्क जैसे विषय भी हैं। इसके साथ ही मुख्य परीक्षा व इंटरव्यू में बुलाए जाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या भी कम कर दी गई है। मुख्य परीक्षा में अब निर्धारित संख्या से अठारह गुना के बजाय सिर्फ तेरह गुना अभ्यर्थी ही बुलाए जाएंगे, जबकि इंटरव्यू में तीन गुने के बजाय सिर्फ दोगुने अभ्यर्थियों को ही बुलाया जाएगा। यह सारे बदलाव इसी साल की परीक्षा से लागू हो जाएंगे।
आयोग की दलील है कि ये बदलाव संघ लोक सेवा आयोग की तर्ज पर किये गए हैं और इसके दूरगामी नतीजे देखने को मिलेंगे, जबकि प्रतियोगी छात्र इस बदलाव का विरोध कर रहे हैं और उनका कहना है कि उनके लिए अवसर अब पहले के मुकाबले और कम हो जाएंगे। वैसे जानकार इस मामले पर मिलीजुली प्रतिक्रिया जता रहे हैं। उनका कहना है कि बदलाव से आईएएस व पीसीएस दोनों ही परीक्षाओं की तैयारी करने वालों को फायदा मिलेगा, लेकिन तात्कालिक तौर पर इसका नुकसान ही होगा, क्योंकि छात्र तुरंत ही हुए इस बदलाव के लिए मानसिक रूप से कतई तैयार नहीं हैं।
पीसीएस 2019 को लेकर जारी किए गए भर्ती विज्ञापन में यूपी लोक सेवा आयोग ने पीसीएस मुख्य परीक्षा से पांच विषयों को हटा दिया है। नये पैटर्न के तहत अब 33 के बजाय 28 विषयों में ही मुख्य परीक्षा आयोजित की जायेगी। इस बार से रक्षा अध्ययन, समाज कार्य, अरबी, फारसी और कृषि अभियांत्रिकी विषय को मुख्य परीक्षा से बाहर किया है। बदलावों की कड़ी में इस बार उत्तर प्रदेश की महिला अभ्यर्थियों को आरक्षण दिए जाने का भी जिक्र है। हालांकि उसका फैसला कोर्ट में चल रही सुनवाई पर निर्भर होगा। पीसीएस की परीक्षा में पहली बार गरीब सवर्णों को दस प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा।
इस बार आयोग ने पीसीएस भर्ती के लिए 300 से अधिक पदों का विज्ञापन जारी किया है। पिछले वर्ष की ही तरह इस बार भी पीसीएस 2019 की प्री परीक्षा के साथ सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी सेवा यानी एसीएफ/आरएफओ की प्री परीक्षा एक साथ करायी जायेगी। जबकि दोनों की मेंस परीक्षायें अलग-अलग आयोजित की जायेंगी।
इस बार पीसीएस सामान्य चयन के लिए 300 पद और विशेष चयन के लिए नौ पद हैं। वहीं सहायक वन संरक्षक के दो और क्षेत्रीय वन अधिकारी के 53 पदों के लिए भर्ती करायी जायेगी। आयोग के परीक्षा कैलेंडर के मुताबिक पीसीएस 2019 की प्री परीक्षा 15 दिसम्बर को आयोजित होगी। पीसीएस के पैटर्न में किए गए बड़े बदलावों को लेकर प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि इससे हिन्दी मीडियम से परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों का बड़ा नुकसान होगा।