(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UPPSC PCS Exam 2021: यूपी पीसीएस प्री परीक्षा 2021 रद्द होने के बाद आयोग पर उठे सवाल, दोषियों पर कार्रवाई की भी मांग
UPPSC PCS Result 2021 Cancelled: यूपी पीसीएस प्री परीक्षा 2021 के नतीजे इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा रद्द कर दिए गए हैं. इस कारण से आयोग पर सवाल उठ रहे हैं और दोषियों पर कार्रवाई की मांग भी बढ़ रही है.
UPPSC PCS Prelims Result 2021 Cancelled By Allahabad High Court: इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabd High Court) ने यूपी लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित यूपी पीसीएस - 2021 की प्रारंभिक परीक्षा के नतीजे (UPPSC PCS Prelims Result 2021) रद्द कर दिए हैं. हाईकोर्ट द्वारा नतीजा रद्द किये जाने के बाद यूपी लोक सेवा आयोग की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में है. सवाल यह उठ रहे हैं कि प्रशासनिक पदों पर अफसरों की भर्तियां करने वाला यह आयोग बार - बार ऐसी गलतियां और लापरवाही क्यों कर रहा है, जिसकी वजह से परीक्षाओं व भर्तियों में कोर्ट को दखल देना पड़ रहा है.
स्टूडेंट्स से लेकर टीचर्स तक में नाराजगी -
विशेषज्ञों से लेकर टीचर्स और अभ्यर्थियों से लेकर प्रतियोगी छात्र तक अब यह पुरज़ोर तरीके से कहने लगे हैं कि आयोग के लापरवाह और दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. जब तक ऐसे लोगों पर सख्त एक्शन नहीं होगा, तब तक आयोग का रवैया नहीं बदलेगा और ऐसी गलतियां बार बार दोहराई जाती रहेंगी. लोगों का कहना है कि जब कुछ लोगों पर एक्शन हो जाएगा, तभी आगे से ऐसी लापरवाही नहीं बरती जाएगी.
दी जा रही है ये दलील -
दलील यह दी जा रही है कि आयोग की गलतियों का खामियाजा कब तक लाखों अभ्यर्थियों व प्रतियोगी छात्रों को भुगतना पड़ेगा. गलती आयोग करता है और उसकी सज़ा बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को मिलती है. ऐसा पहली बार नहीं है, जब आयोग की गलती का खामियाजा प्रतियोगी छात्रों को भुगतना पड़ रहा है. इससे पहले भी आयोग की कई परीक्षाएं हाईकोर्ट या तो रद्द कर चुका है या फिर उन पर रोक लगा चुका है.
दो दिनों में खत्म होने वाला था साक्षात्कार -
हाईकोर्ट ने पीसीएस की जिस प्रारंभिक परीक्षा के नतीजे रद्द किये हैं, उसका इंटरव्यू दो दिनों में ख़त्म होने वाला था और अगले दस दिनों में अंतिम नतीजे घोषित हो जाते. तमाम अभ्यर्थी एसडीएम - डिप्टी एसपी समेत दूसरे पदों पर नियुक्ति पा जाते. प्रारंभिक परीक्षा का नतीजा रद्द होने से अब अंतिम नतीजे कम से कम छह महीने बाद ही घोषित हो पाएंगे.
क्यों की गई परीक्षा कैंसिल -
बता दें कि कि पूर्व सैनिकों को पांच फीसदी आरक्षण नहीं दिए जाने की वजह से हाईकोर्ट ने प्रारंभिक परीक्षा के नतीजे को रद्द कर दिया था और आयोग को नये सिरे से परिणाम घोषित करने को कहा है. इस परीक्षा के लिए तकरीबन साढ़े छह लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. सवा तीन लाख के करीब अभ्यर्थी प्रारम्भिक परीक्षा में शामिल हुए थे.
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