UPPSC Protest: यूपी लोक सेवा आयोग के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों के आंदोलन में शामिल होकर तोड़फोड़ और अराजकता फैलाने के मामले में गिरफ्तार किए गए तीन युवकों को जेल भेजा गया है. युवकों का नाता क्रमशः समाजवादी पार्टी की लोहिया वाहिनी और कांग्रेस के NSUI से है. 


समाजवादी पार्टी की लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय महासचिव पूर्व छात्र नेता राघवेंद्र यादव और कांग्रेस पार्टी के छात्र संगठन NSUI से जुड़े अभिषेक शुक्ला को जेल भेजा गया है. 


दोनों के खिलाफ कल ही सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई थी. प्रतियोगी छात्रों के आंदोलन में अराजकता फैलाने के आरोप में जेल भेजे गए 


लगे हैं ये आरोप
इन पर होर्डिंग फाड़ने, तोड़फोड़ करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप था. पुलिस की एफआईआर में दोनों युवकों को नामजद और 10 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. राघवेंद्र यादव और अभिषेक शुक्ला को पुलिस ने केस दर्ज होने के बाद गिरफ्तार किया था.


इन पर आयोग के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रतियोगी छात्रों को हिंसा के लिए भड़काने का भी आरोप लगा था. लोक सेवा आयोग चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर कृष्ण मुरारी चौरसिया की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई थी. जबकि एक अन्य युवक शशांक का कैंट थाना पुलिस ने शांति भंग में चालान किया है.


यूपी की सीसामऊ सीट पर उपचुनाव होगा या नहीं, आज साफ हो जाएगी तस्वीर, 10 बजे आ सकता है कोर्ट का फैसला


एक कोचिंग संस्थान की लाइब्रेरी बंद करने के दौरान बवाल करने का आरोप था. तीनों युवकों को जेल भेज दिया गया है.पुलिस अफसरो का कहना है कि आंदोलन में अराजकता फैलाने और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.


आज प्रयागराज आएंगे अखिलेश यादव
उधर सपा चीफ अखिलेश यादव भी आज प्रयागराज आएंगे. माना जा रहा है कि वह छात्रों के आंदोलन में भी शामिल हो सकते हैं. हालांकि अभी तक उनका प्रोग्राम फाइनल नहीं हुआ है. इससे पहले मंगलवार रात अखिलेश ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा था- उप्र की अहंकार से भरी भाजपा सरकार लाख कोशिशों के बाद भी आख़िर में इलाहाबाद के जुझारू आंदोलनकारी युवक-युवतियों के सामने हारेगी और दिखावा ये करेगी कि सब गलती उप्र लोक सेवा आयोग के अधिकारियों की है.


उन्होंने लिखा था- देश-प्रदेश चलाने के लिए जो प्रतिभावान युवा IAS/PCS या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थी बनते हैं, उनमें इतनी अधिक समझ होती है कि वो ये बात आसानी से समझ सकें कि इस खेल के पीछे असल में कौन है. भाजपा के चेहरे से एक के बाद एक मुखौटे उतर रहे हैं और भाजपा का ‘नौकरी विरोधी’ चेहरा अभ्यर्थियों के सामने बेनक़ाब होता जा रहा है. अच्छा हो कि भाजपा नाटक करना छोड़ दे.  भाजपा युवाओं के भविष्य को अपने भ्रष्टाचार से दूर रखे.