UPPSC Protest: यूपी लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षाओं को लेकर प्रतियोगी छात्रों के विरोध प्रदर्शन में शामिल दो नामजद व कई अन्य युवाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. इसके अलावा कोचिंग की लाइब्रेरी बंद करा रहे 11 छात्रों को भी हिरासत में लिया गया है. कैंट थाना पुलिस ने 11 छात्रों को हिरासत में लिया है.
इन पर आरोप है कि यह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले एक कोचिंग संस्थान की लाइब्रेरी को जबरन बंद करा रहे थे. हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है.
होर्डिंग फाड़कर छात्रों को भड़काने के आरोप में अभिषेक शुक्ला और राघवेंद्र के खिलाफ नामजद और 10 अन्य अज्ञात युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. सिविल लाइंस थाने में बीएनएस 2023 की धारा 132, 324 (2), 121(1),223,191(2),191(3),190,49 और लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम 3/5 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
लोक सेवा आयोग चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर कृष्ण मुरारी चौरसिया की ओर से दर्ज एफआईआर कराई गई है. प्रदर्शनकारियों के बीच में पहुंचकर आयोग के गेट नंबर 2 के बाहर नगर निगम की होर्डिंग फाड़ने का आरोप है.
सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने का भी आरोप
प्रचार प्रसार के लिए नगर निगम की ओर से खंभे पर एक कोचिंग संस्थान की होर्डिंग लगी थी. बैरियर पर चढ़कर होर्डिंग फाड़ने का और बैरियर तोड़ने का भी आरोप है. धरना दे रहे प्रतियोगी छात्रों को उग्र और हिंसक होने के लिए प्रेरित करने का आरोप है.
आयोग के सामने बैठकर शोर मचाते हुए सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने का भी आरोप लगाया गया है. एफआईआर में कहा गया है कि बीएनएसएस की धारा 163 लागू है. होर्डिंग में तोड़ फोड़ का वीडियो भी मौजूद है.
नामजद युवकों व अन्य पर आरोप है कि वह प्रतियोगी छात्रों के बीच अराजकता फैला रहे थे. नामजद युवक राघवेंद्र यादव के खिलाफ कुल 18 मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस मामला दर्ज कर नामजद युवकों की तलाश में जुटी है जबकि दस अज्ञात अन्य की वीडियो के आधार पर पहचान की जा रही है.
हिरासत में लिए गए साथियों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं प्रतियोगी छात्र नाराजगी जता रहे हैं. उनका कहना है कि पुलिस के दम पर उनके आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है.