UPPSC Topper Success Story: यूपी सिविल सेवा परीक्षा में देवबंद के सिद्धार्थ गुप्ता ने बाजी मारी है. उन्होंने मंगलवार की देर शाम घोषित UP PCS 2023 की परीक्षा में टॉप किया है. सिद्धार्थ गुप्ता फिलहाल नायब तहसीलदार के पद पर बिजनौल में तैनात हैं. और पिछले साल इसी परीक्षा में उन्होंने सातवीं रैंक हासिल की थी. उनकी इस उपलब्धि पर परिजनों में खुशी का माहौल है.
सहारनपुर के देवबंद के रहने वाले सिद्धार्थ गुप्ता सिविल सेवा सर्विस की परीक्षा में टॉपर बने हैं. UP PCS में टॉपर आने की खबर मिलते ही जहां गुप्ता परिवार में जश्न का माहौल बना हुआ है वहीं उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. सिद्धार्थ गुप्ता अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दे रहे हैं. सिद्धार्थ ने बताया वह 2018 से सिविल सेवा सर्विस की परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. उसने पहली बार में ही UP PCS की परीक्षा टॉपर के साथ उतीर्ण की है.
कौन हैं सिद्धार्थ गुप्ता?
आपको बता दें कि सिद्धार्थ गुप्ता जनपद सहारनपुर के कस्बा देवबंद के रहने वाले हैं. उनके पिता राजेश गुप्ता किरयाना व्यापारी हैं. जबकि उनकी माता जी ग्रहणी हैं. सिद्धार्थ दो बहनों के इकलौते भाई हैं. दोनों बहनें उनसे बड़ी हैं और दोनों की शादी हो चुकी है.सिद्धार्थ गुप्ता ने अपनी शुरुआती पढ़ाई कस्बा देवबंद के एक स्कूल से शुरू की. बेटे की कामयाबी पर परिजनों की भी खुशी का ठिकाना नहीं है. सिद्धार्थ गुप्ता ने सफलता का श्रेय परिजनों औऱ गुरुजनों को दिया है. खास बात ये है कि प्रीलिम्स में पहली बार मे ही सिद्धार्थ ने सिविल सेवा परीक्षा PCS न सिर्फ पास की बल्कि प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त कर जनपद और परिवार का नाम रोशन किया है. जिसके बाद से बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.
'जारी रहेगी आईएएस की तैयारी'
सिद्धार्थ गुप्ता ने सिविल सेवा सर्विस में जाने का अपना लक्ष्य बनाया था. उन्होंने परीक्षा में सफलता के लिए दिन रात कड़ी मेहनत की. जिसका इनाम सिद्धार्थ को आज मिल ही गया. PCS बनकर सिद्धार्थ जनसेवा से जुड़े कामों को प्राथमिकता के तौर पर करना चाहते हैं. उनका कहना है कि आज के नतीजों ने मेरी उम्मीदों को पूरा करने का काम किया है. लाखों अभ्यर्थियों का सपना यूपी पीसीएस की परीक्षा पास कर PCS अधिकारी बनने का होता है. लेकिन कुछ ही लोगों के सपने साकार हो पाते हैं. सिद्धार्थ ने बताया कि अपनी स्नातक की शिक्षा पूरी करने के बाद वह दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर पर तैयारी कर रहे थे. उनका कहना था कि वह एक मिडिल क्लास फैमिली से है . और लगातार वह परीक्षा की तैयारी कर रहे थे जिसमें उन्हें सफलता मिली है. उन्होंने बताया कि उनको परिवार से हर तरह का सपोर्ट फाइनेंशली एवं इमोशनली मिला है. और मैं आगे आई ए एस की तैयारी कर रहा हूं जो आगे जारी रहेगी.