लखनऊ, एजेंसी. विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी और हंगामे के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को विधानसभा में कुछ महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए जिसके बाद सदन की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गयी.
सदन की बैठक शुरू होने के बाद दिवंगत पूर्व विधायकों को श्रद्धांजलि दी गई. जिसके बाद विपक्षी सदस्य आसन के सामने आ गए और उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति, कोरोना वायरस संकट से निपटने के सरकार के तौर-तरीके तथा बाढ़ की स्थिति को लेकर विरोध जाहिर करने लगे.
विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच कुछ महत्वपूर्ण विधेयकों को सदन ने बिना चर्चा के ही पारित कर दिया. सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर बयान दिया और कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए सरकार की ओर से किए गए उपायों की जानकारी भी सदस्यों को दी.
विपक्ष पर सीएम योगी ने साधा निशाना
योगी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वे जनता को गुमराह कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि ''जो लोग कानून व्यवस्था की बात कर रहे हैं असल में कानून व्यवस्था के लिए सबसे बड़े खतरे तो यही लोग हैं''.
बाद में विधानसभा के मॉनसून सत्र की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. हालांकि पूर्व में तय था कि सोमवार को भी बैठक होगी.
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