UPSRTC Conductor Suicide Case: सपा मुखिया अखिलेश यादव मृतक मोहित यादव के परिजनों से मिलने मैनपुरी पहुंच गए. उन्होंने संवेदना जताते हुए मुसीबत की घड़ी में साथ रहने और मदद करने का आश्वासन दिया. बता दें कि बरेली डिपो के रोडवेज कंडक्टर मोहित यादव का शव मैनपुरी में रेल की पटरियों पर सोमवार को पाया गया था. बस नमाज प्रकरण के बाद मोहित यादव कंडक्टर की नौकरी गंवा चुके थे. वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए बरेली डिपो के एआरएम संजीव श्रीवास्तव ने आरएम दीपक चौधरी की हिदायत पर बस ड्राइवर केपी सिंह और कंडक्टर मोहित यादव की संविदा समाप्त कर दी थी. आमदनी बंद होने से मोहित यादव के परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा था. मोहित यादव के कंधे पर परिवार चलाने की जिम्मेदारी थी. घर की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में असफल रहने पर उन्होंने ट्रेन से कटकर जान दे दी.
'घृणा दिल में रखने से भाजपाई खुद को बीमार नहीं कर रहे?'
अखिलेश यादव ने पूछा कि बीजेपी के नेता, कार्यकर्ता, समर्थक और मतदाता बताएं कि क्या ये सब जायज है. घृणा दिल में रखने से भाजपाई क्या खुद को बीमार नहीं कर रहे हैं. किसी के दुख से भाजपाइयों को सुख मिल रहा है, तो ये आदत एक दिन भाजपाइयों को अपनों से भी दूर कर देगी. उन्होंने बताया कि मृतक मोहित यादव के परिजनों से मिलकर तकलीफ को साझा किया. मुसीबत की घड़ी में परिवार को हर संभव मदद दी जाएगी. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भाजपाई बीमार न बनें बल्कि समझदार बनें.
मृतक कंडक्टर की पत्नी से अखिलेश यादव ने की मुलाकात
बरेली डिपो की जनरथ बस में तैनात मोहित यादव पर आरोप था कि 3 जून की रात दो यात्रियों को नमाज अदा करवाने के लिए बस रुकवा दी थी. बस नमाज प्रकरण में नौकरी छूट जाने के बाद कंडक्टर मोहित यादव गृह जनपद मैनपुरी आ गए. पत्नी ने बताया था कि नौकरी से बर्खास्त होने के बाद पति तनाव में रहने लगे थे. सोमवार को मोहित यादव ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी.