UPSSSC Forest Guard Vacancy: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में निकली भर्ती पर विवाद का साया मंडरा रहा है. फॉरेस्ट गार्ड के अभ्यर्थियों का आऱोप है कि पैसे के चक्कर में मेडिकल अनफिट घोषित कर दिया गया है. उन्होंने ने मेडिकल बोर्ड पर धांधली के आरोप लगाए हैं. अधीनस्थ चयन सेवा आयोग ने फॉरेस्ट गार्ड पद के लिए 2019 में भर्ती निकाली थी. आवेदक नेहा को डॉक्टरों ने टीबी का मरीज बताकर अनफिट घोषित कर दिया. घबराई नेहा ने संतकबीर नगर सीएमओ से गुहार लगाई. डॉक्टरों की जांच में नेहा फिट पाई गई. जांच रिपोर्ट आने के बाद आवेदकों का मनोबल बढ़ गया. उन्होंने मेडिकल बोर्ड के खिलाफ धांधली का आरोप लगाते हुए यूआईपी कार्यालय पर धरना शुरू कर दिया.
भर्ती पर विवाद का मंडरा रहा साया
बस्ती जिले के मंडलीय यूआईपी कार्यालय पर जुटे दर्जनों आवदेकों ने रीमेडिकल की मांग की. पीड़ित नेहा नेजिलाधिकारी अंद्रा वामसी से मामले की शिकायत की. उन्होंने नेहा को इंसाफ दिलाने का भरोसा दिलाया. नेहा ने बताया कि मेडिकल में टीबी का मरीज बताकर अयोग्य घोषित कर दिया गया. जबकि उन्होंने सिटी स्कैन करवाया. साथ ही रिपोर्ट को तीन सर्जन डॉक्टरों से दिखाने के बाद साइन भी करवाया. सीएमओ संतकबीर नगर से भी रिपोर्ट दिखाई.
मेडिकल बोर्ड पर धांधली का आरोप
सीएमओ की रिपोर्ट में सब कुछ नॉर्मल होने की बात कही गई है. मेडिकल अनफिट होने वाले अन्य आवेदकों ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि आंखों में दिक्कत बताकर बाहर कर दिया गया जबकि रिपोर्ट में सब कुछ नॉर्मल है. स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक नीरज पांडे ने बताया कि मामले की जानकारी है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी के स्तर पर जांच टीम का गठन किया गया है. जांच टीम की रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.