राहत इंदौरी ने वहीं लिखा जो समाज में देखा. मोहब्बत हो या सियासत अपनी शायरी से उन्हेंने व्यवस्था को भी आइना दिखाया. मशहूर शायर अब हमारे बीच नहीं रहे. राहत इंदौरी का निधन हो गया है. वो कोरोना वायरस से संक्रमित थे. 70 साल के राहत इंदौरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां मंगलवार को उन्होंने अंतिम सांस ली. राहत साहब तो दुनिया को अलविदा कह गए लेकिन अपने पीछे उस विरासत को छोड़ गए हैं जो हमेशा नई पीढ़ी को रास्ता दिखाएगी.


राहत इंदौरी साहब की खास बात ये थी कि वो लोगों के जज्बातों और ख्यालों को शायरी में ढाल देते थे. इश्क को एक अलग अंदाज में बयां करने वाले राहत इंदौरी के सियासी शेर भी खूब पसंद किए गए. उनका एक शेर तो न जाने कितनी बार दोहराया जा चुका है.


सभी का ख़ून है शामिल यहां की मिट्टी में,
किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है


'सरहदों पर बहुत तनाव है क्या,
कुछ पता तो करो चुनाव है क्या


शाख़ों से टूट जाएँ वो पत्ते नहीं हैं हम
आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे


अपनी पहचान मिटाने को कहा जाता है
बस्तियाँ छोड़ के जाने को कहा जाता है
पत्तियाँ रोज़ गिरा जाती है ज़हरीली हवा
और हमें पेड़ लगाने को कहा जाता है


इबादतों की हिफाज़त भी उनके जिम्मे हैं,
जो मस्जिदों में सफारी पहन कर आते हैं


अब के जो फैसला होगा वह यहीं पे होगा
हमसे अब दूसरी हिजरत नहीं होने वाली


मेरी ख़्वाहिश है कि आंगन में न दीवार उठे
मेरे भाई मेरे हिस्से की ज़मी तू रख ले


टूट रही है हर दिन मुझमें इक मस्जिद
इस बस्ती में रोज दिसबंर आता है


दरे-मस्जिद पर कोई शै पड़ी है
दुआ-ए-बेअसर होगी हमारी


भारत में कैब और एनआरसी को लेकर प्रदर्शन के दौरान राहत इंदौरी ने कहा था कि हमारा दायित्व है कि लोगों से शांति की अपील की जाए और भाईचारे में विश्वास के लिए प्रोत्साहित किया जाए. इसी पर ट्वीट करते हुए शायर राहत इंदौरी ने लिखा था कि...


आप हिंदू, मैं मुसलमान, ये ईसाई, वो सिख
यार छोड़ो, ये सियासत है, चलो इश्क़ करें


उन्होंने हैशटेग #SayNotoHate भी लगाया है।



कोरोना के खिलाफ जंग में भी राहत इंदौरी आगे आए. उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि, 'खुदा ना करे, मुल्क में #COVID-19 के मरीज़ों की तादाद ज़्यादा हो, लेकिन अगर हो जाए और इंदौर में मरीज़ों को आइसोलेट करने के लिए अलग कमरों की ज़रूरत हो, तो मेरा मकान हाज़िर है. रब हम सबकी इस वबा से हिफाज़त करे.' उन्होंने अपने इस ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को टैग किया था.


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