गोंडा, कृष्ण कुमार: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में बीते 15 दिनों से यूरिया खाद की किल्लत के चलते मारामारी है. जब सरकारी खाद समिति पर यूरिया आती भी है तो लंबी-लंबी लाइनें लगती हैं. कई किसानों का जब तक नंबर आता है तब तक यूरिया खत्म हो जाती है. कृषि विभाग ने किसानों के हित के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी कर दिया है. टोल फ्री नंबर पर किसान खाद की कालाबाजारी की सूचना दे सकते हैं. जिले में अब तक दो दुकानों पर छापेमारी कर कार्रवाई भी की गई है.


बीते दिनों यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोंडा में मंडलीय समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया था कि खाद की कालाबाजारी करने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए. लेकिन, जिले में यूरिया खाद की किल्लत के चलते किसान परेशान हैं. खेतों में लगी धान की फसल प्रभावित हो रही है. धान की पत्तियां पीली पड़ रही हैं. किसानों का कहना है कि अगर समय से धान की फसल में यूरिया का छिड़काव नहीं होगा तो धान के उत्पादन पर भी असर पड़ेगा. यूरिया खाद की कमी के चलते किसानों को परोशानी का सामना करना पड़ रहा है.


वहीं, पूरे मामले पर देवीपाटन मंडल के उप कृषि निदेशक डॉ मुकुल त्रिपाठी का कहना है कि जिले में यूरिया की कोई कमी नहीं है. यूरिया लगातार आ रही है जहां तक लंबी-लंबी लाइनों का सवाल है सभी खाद्य समितियों को निर्देशित कर दिया गया है कि दो ही बोरी यूरिया किसानों को दें. यूरिया खाद की आवक जिले में हो रही है. जिले में यूरिया की कहीं कोई कमी नहीं है.


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