UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी के लिए चैलेंजिंग सीट बन गई है. समाजवादी पार्टी के तीन बार के विधायक हाजी रिजवान ने सपा प्रत्याशी का विरोध शुरू कर दिया है. उन्होंने समाजवादी पार्टी छोड़ कर सपा प्रत्याशी के मुकाबले में चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर दिया है. इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने संभल के सपा सांसद और इलाके के कद्दावर नेता डॉक्टर शफीकुर्रहमान बर्क के पोते जियाउर्रहमान बर्क को अपना प्रत्याशी बनाया है.
सपा विधायक ने कही ये बात
कुंदरकी विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के विधायक और सांसद के बीच वर्चस्व की जंग छिड़ गई है. जिस से सपा समर्थकों में दो गुट बनते नजर आ रहे हैं. दोनों नेता अपने-अपने दावें कर रहे हैं. कुंदरकी विधानसभा सीट पर पिछले 15 सालों से सपा के विधायक हाजी रिजवान विजयी होते आए हैं. हाजी रिजवान को कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र का कद्दावर नेता माना जाता है. वह तुर्क बिरादरी से आते हैं. वहीं संभल लोकसभा सीट के सांसद डॉक्टर शफीकुर्रहमान बर्क मुरादाबाद और संभल दोनों जनपदों में अपना अच्छा वर्चस्व रखते हैं और वह भी तुर्क बिरादरी से आते हैं. सपा ने डॉक्टर शफीकुर्रहमान बर्क के पोते जियाउर्रहमान बर्क को कुंदरकी विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है. जिसके विरोध में मौजूदा सपा विधायक हाजी रिजवान ने सपा से इस्तीफा देते हुए चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.
सपा सांसद का अलग दावा
सपा विधायक ने चेतावनी दी है कि इस बार चुनाव में पता लग जाएगा कि डॉक्टर शफीकुर्रहमान बर्क बड़े नेता हैं या फिर हाजी रिजवान बड़े नेता हैं. ऐसे में सपा के सांसद और विधायक के आमने सामने आ जाने से विपक्षी दलों की राह आसान हो सकती है. लेकिन सपा के सांसद डॉक्टर शफीक उर रहमान बर्क और उनके पोते सपा प्रत्याशी जियाउर रहमान बर्क दोनों का कहना है कि कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र संभल लोकसभा में आता है. शफीक उर रहमान बर्क को इलाके के लोग कई दशक से चाहते आए हैं. यहां उनके समर्थकों की बड़ी तादाद है इसलिए इस बार विधानसभा क्षेत्र से जियाउर रहमान बर्क भारी मतों से जीत हासिल करेंगे. यहां 14 फरवरी को दूसरे चरण में मतदान होना है और 10 मार्च को नतीजे आयेगे. लेकिन उस से पहले ही समाजवादी कुनबे में फूट पड़ चुकी है.
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