UP Election 2022: साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 2 दिनों तक यूपी का दौरा किया. इस दौरे में उन्होंने गोरखपुर और कानपुर क्षेत्र में बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन को संबोधित किया. लखनऊ में पार्टी कार्यालय पर कोर ग्रुप की बैठक की. इस मैराथन बैठक में जेपी नड्डा ने कई सारे मुद्दों पर रणनीति बनाई. जिसमें सबसे महत्वपूर्ण रही प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री समेत तमाम केंद्रीय मंत्रियों के आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा, सहयोगी दलों के साथ सीट शेयरिंग और 2017 में हारी सीटों को जीतने की रणनीति पर चर्चा हुई. इस दौरान उन्होंने पार्टी की ओर से कराए गए सर्वे को लेकर भी समीक्षा की.
देर रात तक पार्टी कार्यालय पर चली बैठक
बता दें कि जेपी नड्डा ने सोमवार को बीजेपी मुख्यालय पर कोर ग्रुप के सदस्यों के साथ लगभग साढ़े 3 घंटे तक मैराथन बैठक की है. ये बैठक रात 9:15 बजे शुरू हुई जो देर रात तक जारी रही. इस बैठक में कोर ग्रुप के सभी सदस्य शामिल हुए. जिनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डॉक्टर दिनेश शर्मा इसके अलावा महामंत्री संगठन सुनील बंसल, यूपी प्रभारी राधामोहन सिंह और यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान मौजूद रहें.
दूसरे दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल करने पर हुई चर्चा
दरअसल 2022 के चुनाव के मद्देनजर इस बैठक को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. क्योंकि जेपी नड्डा ने केवल कोर ग्रुप के सदस्यों के साथ ये बैठक की है. जिसमें चुनाव को लेकर पार्टी की क्या रणनीति रहेगी उसकी पूरी रूपरेखा तैयार की गई है. इसमें ये भी चर्चा हुई कि दूसरे दलों के नेता जो बीजेपी में आने को तैयार है उन्हें पार्टी के साथ जोड़ना है या नहीं जोड़ना है. और पार्टी में किसके शामिल होने से क्या फायदा होगा इन सारे मसलों पर जेपी नड्डा ने चर्चा की है. वहीं जेपी नड्डा ने अब तक कराए गए पार्टी के तीन सर्वे की भी समीक्षा की.
सर्वे में बीजेपी को मिली इतनी सीटें
सूत्रों की मानें तो पहले सर्वे में बीजेपी को बहुमत से काफी ज्यादा सीटें मिली हैं, वहीं दूसरे सर्वे में भी बीजेपी को बहुमत से थोड़ी ज्यादा सीटें मिली और तीसरे सर्वे में बीजेपी बहुमत से थोड़ी दूर रही. जेपी नड्डा ने समीक्षा के दौरान साफ तौर पर कहा कि उत्तर प्रदेश में तीसरे सर्वे को ही आधार मानकर पार्टी संगठन चुनाव की तैयारी करें. जाहिर सी बात है 2022 के चुनाव के मद्देनजर बीजेपी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती. और इसीलिए खुद अब पार्टी के तमाम शीर्ष नेता यूपी में लगातार डेरा डाल रहे हैं.
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