UP News: अलीगढ़ (Aligarh) के थाना दिल्ली गेट क्षेत्र में सात मार्च को पेंट कारोबारी विजेंद्र कुमार की पत्नी की अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या कर दी गई थी. पुलिस (Police) ने मामला दर्ज कर खुलासे के लिए टीमें लगा दी थी.
रविवार को पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस जब प्रेस वार्ता के लिए लेकर पहुंची तो मृतका के परिजनों द्वारा वहां पर हंगामा किया गया और उनके एनकाउंटर की मांग की गई.
क्या बोली पुलिस
पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि अभियुक्त मनोज कुमार निवासी सिद्धार्थनगर है. जो नेरोलेक कंपनी में सीनियर एग्जीक्यूटिव के पद पर है तथा अलीगढ़ में नेरोलेक की मार्केटिंग का काम करता है. उसने अपने साथी कैलाश बाबू अलीगढ़ का ही रहने वाला है और गाजियाबाद में एक होटल व रेस्टोरेंट चलाता है. उसके साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था.
पुलिस के अनुसार अभियुक्त मनोज काम के सिलसिले में विजेंद्र कुमार की फर्म शांति एजेंसी कन्वरी गंज पर आर्डर व चेक देने के लिए आता जाता था. कभी-कभी उनके घर पर भी इस काम के लिए जाता था. इसलिए उसको घर के सभी लोग जानते थे.
आरोपी को क्या था अंदाजा
पुलिस ने बताया कि आरोपी मनोज को लगता था कि विजेंद्र कुमार की सालाना आय काफी अधिक है. जिसके कारण उनके यहां पर काफी रुपए का अंदाजा था. मनोज ने बैंक से लोन ले रखा था जिसको वापस नहीं कर पा रहा था. इसलिए उसके पास रुपए की तंगी चल रही थी. जिस कारण अभियुक्त मनोज की पत्नी उसे छोड़कर मायके चली गई थी.
मनोज ने फर्म के मालिक के घर पर काफी पैसा होने का लालचवश अपना कर्ज चुकाने की योजना बनाई और अपने दोस्त कैलाश बाबू को लूट में शामिल होने के लिए कहा.
दोस्त को क्या दिया लालच
पहले कैलाश बाबू ने मना कर दिया लेकिन फिर मनोज ने कैलाश बाबू को कैश का लालच दिया कि जो मिलेगा उसको आधा आधा बांट लेंगे. तब कैलाश बाबू मनोज के साथ घटना करने के लिए तैयार हो गया.
मनोज को जानकारी थी कि नैरोलैक कंपनी की तरफ से विजेंद्र कुमार के परिवार को फ्री ट्रिप गोवा की तीन रात और चार दिन की मिली थी. मनोज नैरोलैक कंपनी में था तो मनोज की जानकारी थी कि विजेंद्र कुमार का बड़ा लड़का व उसकी पत्नी वहां गए हैं. छोटा लड़का अनिकेत विजेंद्र के साथ एजेंसी पर बैठता है.
हत्या का किया प्रयास
पुलिस ने बताया कि घटना वाले दिन मनोज अपने साथी कैलाश के साथ विजेंद्र के घर पहुंच गया क्योंकि विजेंद्र की पत्नी उसको अच्छी तरह जानती थी, इसलिए उसको अंदर ले गई. अंदर जाते ही मनोज व कैलाश बाबू ने सुनीता देवी के गले में रस्सी डालकर उसका गला दबा दिया.
आरोपियो ने बताया कि गला दबाते समय रस्सी टूट गई. सुनीता देवी द्वारा विरोध करने पर मनोज अपने पास पहले से लिए चाकू से ताबड़तोड़ सुनीता देवी के शरीर पर वार कर दिए, जिससे चाकू भी टूट गया. तब मनोज ने पास ही पड़ी कैंची को उठाकर सुनीता देवी के ऊपर कैची से प्रहार किए. जिससे वह लहूलुहान हो गई और उसको खींचकर दोनों अभियुक्त दूसरे कमरे में ले गए.
क्या क्या हुआ बरामद
उसके बाद दोनों अभियुक्तों ने घर में जमकर लूटपाट की. घटना करके दोनों ही अभियुक्त वहां से फरार हो गए. पुलिस ने जब पूरे मामले पर जांच की तो उसने दोनों ही अभियुक्त मनोज व कैलाश बाबू को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस को उनके कब्जे से पिस्टल, रुपए, हत्या करने में प्रयुक्त खून लगी कैंची, रस्सी का टुकड़ा व खून से सने कपड़े भी बरामद किए हैं. उधर जब पुलिस आरोपियों के की प्रेस वार्ता कर रही थी तो मृतका के परिजनों ने वहां जमकर हंगामा किया और उसके एनकाउंटर की मांग की.
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