UP Assembly Session: उत्तर प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को मानसून सत्र (UP Assembly Monsoon Session) के दौरान महिला विधायकों के लिए खास दिन है. इस दिन केवल महिला विधायक केवल महिला विधायक ही अपनी बातों को रखेंगी. इसकी घोषणा विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना (Satish Mahana) ने बीते दिनों तक दी थी. वहीं अगर आंकड़ों की बात करें तो इस बार पिछले पांच चुनावों के तुलना में सबसे ज्यादा विधायक विधानसभा पहुंची हैं.


2002 के विधानसभा चुनाव में 26 महिला विधायक चुनकर आई थीं. हालांकि अगले विधानसभा चुनाव में ये संख्या कम हुई. 2007 के चुनाव में मात्र 23 महिलाएं विधानसभा पहुंचीं. लेकिन अगले चुनाव में ये आंकड़ा एक बार फिर से बढ़ा और 2012 के विधानसभा चुनाव में 35 महिलाएं विधानसभा आईं. इसके बाद अगले दो चुनावों में भी ये बढ़ोतरी जारी रही.


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इस बार सबसे ज्यादा बीजेपी से बनीं विधायक
साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में 42 महिला विधायक विधानसभा में पहुंचीं. जबकि बीते विधानसभा चुनाव यानि 2022 के चुनाव में 47 महिलाएं विधायक बनीं. इस बार सबसे ज्यादा 29 विधायक बीजेपी से हैं. जबकि सबसे कम एक विधायक कांग्रेस पार्टी से है. इसके अलावा समाजवादी पार्टी से 14 और अपना दल (एस) से तीन महिला विधायक चुन कर विधानसभा में पहुंची हैं. 


जबकि दूसरी ओर बसपा, सुभासपा और आरएलडी से कोई महिला विधायक विधानसभा में नहीं है. जबकि विधानमंडल में अभी पांच महिला विधायक हैं. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में पांच महिलाओं को मंत्री के तौर पर जगह मिली है. इन महिलाओं में पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, गुलाब देवी, प्रतिभा शुक्ल, विजय लक्ष्मी गौतम और रजनी तिवारी शामिल हैं.


बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा था, "22 सितंबर का दिन केवल राज्य की महिला विधायकों के लिए आरक्षित रहेगा. इस दिन केवल महिला सदस्यों को बोलने का मौका दिया जाएगा."


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