UP Election 2022: किसान नेता राकेश टिकैत बोले- पोलिंग बूथ पर बीजेपी से सावधान रहें ताकि...
UP Elections: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत रविवार को अचानक मतगणना स्थल पहुंच गए. जिससे पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया.
UP Assembly Election 2022: भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) रविवार को अचानक मतगणना स्थल पहुंच गए. चौधरी राकेश टिकैत के मतगणना स्थल पहुंचते ही पुलिस (Police) और प्रशासन में हड़कंप मच गया. हालांकि नवीन मंडी में बनाए गए मतगणना स्थल पर रखी ईवीएम (EVM) मशीनों की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की हुई है. मगर उसके बावजूद भी अगर नवीन मंडी में कोई भी गतिविधि होती है तो तुरंत प्रशासन का अलर्ट होना भी स्वाभाविक है.
क्यों पहुंचे राकेश टिकैत
राकेश टिकैत ने मतगणना स्थल के बाहर खड़े होकर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उनका चुनाव से कोई मतलब नहीं है. वह केवल मंडी की व्यवस्था देखने के लिए आए थे क्योंकि मतगणना के समय दो दिन मंडी बंद रहेगी. इस दौरान किसान कैसे अपनी उपज को मंडी लाएंगे और कैसे उनकी व्यवस्था होगी. इस चीज को लेकर देखने आए हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि किसानों को भी दो दिन की छुट्टी रखनी चाहिए. जो वोट लोगों ने अपने प्रत्याशियों को दी है उनकी निगरानी की जिम्मेदारी भी खुद वोटरों की ही है. वह अपनी वोटों की भी निगरानी करें साथ ही उन्होंने विपक्ष को भी आगाह किया कि विपक्ष भी खुद सचेत रहें.
क्यों किया आगाह
टिकैत ने कहा कि मतगणना स्थल की कड़ी निगरानी रखें क्योंकि बीजेपी के पास हारने वाले उम्मीदवार को जीतने का प्रमाण पत्र देने की यूनिवर्सिटी है. यह हारे हुए उम्मीदवार को जीत का सर्टिफिकेट देंगे क्योंकि जिला पंचायत में यहां का प्रशासन ऐसा कर चुका है. उन्होंने इशारों ही इशारों में कहा कि चोरी करने वाले को रास्ते का पता चल गया. अब है उसी रास्ते से दोबारा आएगा. इसलिए इनका ध्यान रखना बेहद जरूरी है. चौधरी राकेश टिकैत ने लोगों से इशारों-इशारों में कहा कि वोट दी है उसे घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी वोटरों की है और दो दिन की छुट्टी रख कर अपनी वोट की निगरानी करें.
ट्रैक्टर रोकने पर क्या बोले
उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर-ट्रॉली और लोग यहां आएंगे. मीडिया द्वारा प्रशासन की सख्ती और ट्रैक्टर रोकने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर को कोई नहीं रोक सकता क्योंकि यह दिल्ली में नहीं रोक पाए तो यहां तक क्या रोकेंगे. उन्होंने कहा कि आप की रोटी सुहाली और चूरमा साथ लेकर आए. अपनी ज्ञानदेई भी साथ लाएं. उन्होंने कहा कि अपनी गिनती ठीक करा लेना क्योंकि यह गिनती में धांधली करेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी कर्मचारियों की वोट सरकारों ने खुद ही डाली है. उन्होंने कहा कि सरकार चाहे किसी की भी आ जाएं. हमें तो आंदोलन करना है अपनी बात कहनी है.
यूपी सरकार पर क्या बोले
चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि जो दिल्ली का आंदोलन हुआ है उससे अब सब सरकारें किसानों का नाम तो लेने लगी हैं. उन्होंने कहा कि यूपी में दूसरे राज्यों के मुकाबले बिजली महंगी है. उन्होंने कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री उन्हें मिले थे तो उन्होंने बताया था कि वह प्रति एकड़ किसानों को 10000 रूपए किसान सम्मान निधि दे रहे हैं. जबकि उत्तर प्रदेश में केवल 6000 रूपए दिए जाते हैं चाहे किसान छोटा हो या बड़ा. उन्होंने कहा कि 2022 का जो साल है वह वैचारिक क्रांति का है. अपने विचारों का आदान प्रदान करो और 2023 में फिर आंदोलन शुरू किया जाए.
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