UP Election 2022: विधानसभा चुनाव को लेकर एक्टिव मोड में है भाजपा, पदाधिकारियों को दिया गया जीत का मंत्र
UP Politics: विधानसभा चुनाव को लेकर गोरखपुर (Gorakhpur) क्षेत्र के 62 विधानसभा के विस्तारकों, पालकों, जिला और महानगर अध्यक्षों की बैठक हुई. बैठक में पदाधिकारियों को जीत का गुरुमंत्र दिया गया.
BJP Preparation For UP Assembly Election: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) को लेकर भाजपा (BJP) ने पूरी तरह से कमर कस ली है. सोमवार को गोरखपुर (Gorakhpur) क्षेत्र के 62 विधानसभा के विस्तारकों, पालकों, जिला और महानगर अध्यक्षों की बैठक हुई. भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल (Sunil Bansal) ने यहां पर भाजपा के पदाधिकारियों को जीत का गुरुमंत्र दिया. बूथ स्तर पर पार्टी को किस तरह से मजबूत बनाना है और इसके साथ ही भाजपा सरकार की उपलब्धियों और जन-कल्यणकारी योजनाओं से मिलने वाले फायदे के बारे में शहर से लेकर गांव तक पहुंचाकर वोट बैंक को मजबूत करने के लिए उन्होंने कमर कसने के निर्देश दिए.
2022 के चुनाव की तैयारी
सिविल लाइन्स स्थित गोरखपुर क्लब में 62 विधानसभा के विस्तारकों, पालकों और जिला और महानगर अध्यक्ष बैठक में सम्मिलत हुए. कुशीनगर से गोरखपुर की बैठक में पहुंचे भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने बैठक को संबोधित किया. इसके पूर्व भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक और ब्रज बहादुर ने बैठक का शुभारंभ किया. इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों की दृष्टि से बैठक का आयोजन किया गया है.
रणनीति तैयार की जा रही है
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक कहा कि बैठक में आगे के कार्यक्रमों को लेकर चर्चा होगी. इसके साथ ही पिछले माह में हुए कार्यक्रमों की भी चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि जनता ने बहुमत देकर सरकार चलाने का अवसर दिया है. पहले से बेहतर कार्य हो सके इसे लेकर विभिन्न क्षेत्रों की बैठक कर रणनीति तैयार की जा रही है. हमारा हर कार्यकर्ता पूरे मनोयोग के साथ कार्य कर रहा है.
विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है
विजय बहादुर पाठक ने कहा कि हम जातिवाद की बात ही नहीं करते हैं. भाजपा सबका साथ, सबका विकास की बात करती है. सबका विश्वास, सबका प्रयास. सभी को समाहित करते हैं, तो विपक्ष हम पर तंज कस रहा है. विपक्ष सार्थक आलोचना करे, इसका स्वागत है. आलोचना करने के लिए आलोचना हो रही है, तो जनता सब समझती है. मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार हैं. विधान परिषद की सीटें रिक्त हुई हैं, राज्यपाल ने नामित किया. जनता भी समझ रही है कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है. इस बात से कौन इनकार कर सकता है कि चुनावी साल है. देश में मजबूत लोकतंत्र है, इसलिए हर पांच साल में चुनाव होने हैं.
हम समाज की बात करते हैं
मायावती और अखिलेश यादव के ट्वीट पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि उनके पास ट्वीट के अलावा और कोई काम नहीं है. हम सबकी बात करते हैं, तो सबको जोड़ना पड़ेगा. वो जाति की बात करते हैं और हम समाज की बात करते हैं. आतंकियों के पक्ष में खड़े होने वाली पार्टियों को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियां राजनीति पर बात करें. आतंकियों पर कार्रवाई करने की जिम्मेदारी पुलिस, सुरक्षा एजेंसियों और जांच एजेंसियों की है. वो आतंकियों और इस तरह के लोगों के पक्ष में क्यों खड़े हो रहे हैं. कृषि और कृषि कानूनों को लेकर लोग समर्थन कर रहे हैं. कुछ लोग इसे लेकर विरोध कर रहे हैं. यूपी सरकार ने गन्ना का मूल्य भी बढ़ाया है. किसानों की आय कैसे दोगुनी हो. हम किसान हित के काम कर रहे हैं. कुछ लोग इसमें भी विरोध का वातावरण बना रहे हैं.
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