UP Election 2022: मैराथन दौड़ में पुरस्कार को लेकर बवाल, कोरोना गाइडलाइन की उड़ी धज्जियां
Jhansi News: झांसी किले में प्रियंका गांधी के अभियान लड़की हूं, लड़ सकती हूं के तहत एक मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया था. जिसके बाद वहां पुरस्कार को लेकर जमकर हंगामा हुआ.
UP Assembly Election 2022: झांसी प्रियंका गांधी के निर्देश पर लड़की हूं, लड़ सकती हूं स्लोगन पर एक मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया था. इस मैराथन दौड़ में हजारों बालिकाएं शिरकत कर रही थीं. पुरस्कार को लेकर जमकर बवाल हुआ, पोस्टर फाड़ दिए गए, पत्थराव भी हुआ. आरोप है कि जिन बालिकाओं ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है उन्हें पुरस्कार नहीं दिया गया. आयोजक का कहना है कि हमारे साथ साजिश की गई है. पुलिस बुलाई गई, पुरस्कार में स्कूटी, स्मार्ट फोन और लैपटॉप देने का ऐलान किया था. इसी से बेशुमार भीड़ जुट गई थी. मैराथन में मास्क कोई नहीं लगाए हुए था. कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा था.
बिना मास्क के जुटी भींड
झांसी किले के मैदान में मुक्ताकाशी मंच है. इस मैदान में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के आह्वान पर रविवार सुबह मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया था. बताया गया कि 3 किलोमीटर दूर लड़कियों की रेसिंग के बाद विचित्र स्थिति बन गई. तब पुरस्कार वितरण कर दिया गया. आरोप है कि जो लड़कियां प्रथम आई थी उन्हें पुरुस्कार नहीं दिया गया. उन्होंने अपने टोकन भी दिखाए, गुस्साई लड़कियों ने जमकर नारेबाजी करते हुए बवाल किया और कार्यक्रम के पोस्टर फाड़ दिए गए. इसी दौरान कार्यक्रम स्थल से बड़े नेता नौ दो ग्यारह हो गए. इस कार्यक्रम में बेशुमार भीड़ थी किसी ने भी मास्क नहीं लगाए थे.
भींड बुलाने के लिए किया
बता दें कि विपक्ष के स्थानीय नेताओं का आरोप है कि भीड़ जुटाने के लिए कांग्रेस ने बहुत ही जबरदस्त तरीका अपनाया था. कांग्रेस ने छात्राओं को स्कूटी, लैपटॉप और स्मार्ट फोन देने का वादा किया था. इन्हीं बालिकाओं से तीन-चार दिन पहले पूरे शहर में कैंपेनिंग भी कराई गई थी. अब यह मामला बिगड़ने के बाद पुलिस बुलाई गई है और तहकीकात की जा रही है.
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