UP Election 2022: Gorakhpur की इन सीटों पर रोचक होगी लड़ाई, नामांकन के पांचवें दिन इन प्रत्याशियों ने भरा पर्चा
UP Election: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोरखपुर (Gorakhpur) में छठे चरण में तीन मार्च को मतदान होना है. नामांकन (Nomination) के पांचवे दिन कई पार्टियों के उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है.
UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोरखपुर (Gorakhpur) में छठे चरण में तीन मार्च को मतदान होना है. नामांकन की प्रक्रिया चार फरवरी से शुरू हो गई है. नामांकन के पांचवें दिन भी विभिन्न पार्टियों के उम्मीदवारों के नामांकन (Nomination) का सिलसिला जारी रहा. बीजेपी (BJP), सपा (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवारों ने अपना पर्चा दाखिल किया और दावा किया कि वे दमदारी के साथ न सिर्फ चुनाव लड़ रहे हैं, बल्कि उनकी जीत भी सुनिश्चित है.
ये हैं खजनी से बीजेपी प्रत्याशी
गोरखपुर के कलेक्ट्रेट परिसर में लोकतंत्र के महोत्सव में बुधवार को भी सरगर्मी दिखाई दी. ठंड में भी चढ़े हुए सियासी पारे के बीच उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया. कलेक्ट्रेट में सबसे पहले पहुंचे बीजेपी के खजनी (Khajani) विधानसभा सीट से उम्मीदवार और बीजेपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीराम चौहान ने पर्चा दाखिल किया. श्रीराम चौहान को संत प्रसाद की जगह खजनी से बीजेपी ने चुनाव मैदान में उतारा है. इसके पहले वे धनघटा (Dhan Ghata) विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं. उन्होंने अपने समर्थकों के साथ पर्चा दाखिल किया. उन्होंने कहा कि उनकी जीत सुश्चित है. जो भी दिक्कतें रही हैं, उन्हें दूर कर लिया गया है. वे भारी मतों से जीतकर खजनी में बीजेपी का परचम लहराएंगे.
कैम्पियरगंज से कौन है उम्मीदवार
कैम्पियरगंज (Campirganj) से बीजेपी के टिकट पर जहां फतेह बहादुर सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. तो वहीं सपा ने कांग्रेस से सपा में आईं काजल निषाद को चुनाव मैदान में उतारा है. काजल निषाद साल 2012 में कांग्रेस के टिकट पर गोरखपुर ग्रामीण (Gorakhpur Rural) विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ चुकी हैं. उनका कहना है कि छह-सात बार से लगतार विधायक बनने और पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र होने के बावजूद 30 सालों में बीजेपी के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने विकास के कोई भी कार्य नहीं किए हैं. ऐसे में निषाद बाहुल्य कैम्पियरगंज क्षेत्र में सपा का परचम लहराएगा. हर समाज और वर्ग के लोगों से वे मिल रही हैं. अपार जन-समर्थन मिल रहा है. वे चुनाव जीतेंगी और प्रदेश में सपा की सरकार पूर्ण बहुमत से बनेगी.
बांसगांव से कौन है उम्मीदवार
सपा के टिकट पर बांसगांव (Bansgaon) विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस से सपा में आए डा. संजय कुमार ने कहा कि बांसगांव में बीजेपी के सांसद और विधायक हैं. डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद वहां पर विकास नहीं हुआ है. वे चुनाव जीतेंगे, तो वहां का विकास करेंगे. चिकित्सक होने की वजह से कोविड-19 (Covid-19) की दूसरी लहर और बाढ़ के समय उन्होंने क्षेत्र के लोगों का निःशुल्क उपचार किया. गांव-गांव जाकर उन्होंने लोगों की मदद की. वे सर्जन हैं. ऐसे में उन्हें कोरोना काल में सेवा के लिए राज्यपाल के हाथों पुरस्कार भी मिला. बांसगांव के विधायक डा. विमलेश पासवान दांत के डाक्टर हैं. वे दिल का इलाज करते हैं. वे जनता का दिल जीत चुके हैं और चुनाव भी जीतेंगे.
सहजनवां से कौन है उम्मीदवार
सपा से टिकट नहीं मिलने पर नाराज होकर सहजनवां (Sahjanwa) विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे मनोज यादव ने कहा कि वे जनता के बीच पांच साल से हैं. सुख-दुःख और हर जरूरत पर वे जनता के लिए खड़े रहे हैं. बाढ़ और कोरोना के दौरान उन्होंने गांव-गांव जाकर लोगों की मदद की है. उनके बीच राशन उपलब्ध कराया है. वे 15 साल से राजनीति में हैं. इन 15 सालों में वे हमेशा ही जनता की मदद के लिए खड़े रहे हैं. कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है. ऐसे में उन्हें पूरा विश्वास है कि वे सहजनवां से चुनाव जीतेंगे. इसके साथ ही यूपी में कांग्रेस की सरकार बनेगी. सपा ने जिन्हें टिकट दिया है, जनता उन्हें नकार देगी, क्योंकि वे घर में सोते हैं. जनता के बीच वे कभी नहीं रहे. जब चुनाव आता है, तो वे बाहर आ जाते है. जनता सब समझती है.
पिपराइच से कौन है उम्मीदवार
गोरखपुर के पिपराइच (Pipraich) विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं सुमन चौहान ने कहा कि वे विकास के मुद्दे पर जनता के बीच में हैं. उन्होंने कहा कि वहां की जनता शिक्षा, पानी, बिजली हर चीज के लिए परेशान हैं. जनता उन्हें चुनेगी, तो वे लड़कियों की शिक्षा पर ध्यान देने के साथ ही उन्हें स्वावलंबी बनाएंगी. पार्टी ने उस लायक समझा है, तो टिकट दिया है. सहजनवां (Sahjanwa) से लोक जनशक्ति पार्टी के उम्मीदवार प्रशांत राम त्रिपाठी ने नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि वे सहजनवां में ब्राह्मण बाहुल्य क्षेत्र है. उनकी सरकार बनती है, तो युवाओं को दो हजार रुपए भत्ता देंगे. महिलाओं को भी 33 प्रतिशत आरक्षण देंगे. वे चुनाव जीत रहे हैं. बीजेपी बस कह रही है. कुछ कर नहीं रही है. वे भी 50 प्रतिशत बिजली फ्री देंगे. जीतेंगे तो सहजनवां का विकास करेंगे.
बसपा विधायक का आरोप
बसपा (BSP) सरकार में पूर्व मंत्री रहे सदल प्रसाद के भाई विद्या सागर उर्फ छोटू को बसपा ने इस बार खजनी से टिकट दिया है. उन्होंने कहा कि वे चुनाव जीत रहे हैं. क्योंकि किसी के पास कोई मुद्दा नहीं है. उन्होंने कहा कि खुली पंचायत बुला लीजिए. क्षेत्र के विकास की वे बात कर रहे हैं. क्षेत्र का विकास नहीं हुआ. उनके भाई विधायक और मंत्री रहे हैं. सवा दो करोड़ रुपए बसपा की सरकार में खर्च कर पुल बनवाया. बिजली की समस्या को दूर किया. वे खुद भी संघर्ष कर यहां तक पहुंचे हैं. बीजेपी की सरकार में उनके विधायक ने एक काम नहीं किया है. एक काम से अधिक वे कुछ बता नहीं पाएंगे.
ये भी पढ़ें-