UP Assembly Election 2022: मऊ जिले के मोहम्मदाबाद गोहाना विधानसभा के चिरैयाकोट कस्बे में बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व राज्यसभा सांसद सतीश मिश्रा का आगमन मंडली कार्यकर्ता सम्मेलन के तहत हुआ. जिसमें उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को भाजपा और सपा से बचने के नसीहत के साथ दोनों को ए टीम बताया है. साथ ही वर्तमान घटनाक्रमों पर प्रकाश डालते हुए उसे उदाहरण के साथ प्रस्तुत भी किया.
नहीं वापस हुए किसानों पर दर्ज केस
मंडली कार्यकर्ता सम्मेलन में सतीश मिश्रा ने आए हुए अल्पसंख्यकों को परोक्ष रुप से समझाते हुए कहा कि सपा शासनकाल में पूरे प्रदेश में 134 दंगे हुए थे, जो विश्व रिकॉर्ड बन गया था. एक तरफ दंगा चल रहा था दूसरी तरफ सैफाई में नाच गाना का लोग आनंद ले रहे थे. उन्होंने कहा कि सपा भाजपा दोनों सिक्के के एक ही पहलू हैं. मुलायम सिंह और मोहन भागवत दोनों लोग एक साथ सोफे पर बैठे दिखे. इससे यह साबित होता है दोनों ए टीम है. वहां केंद्र सरकार के सभी कैबिनेट मंत्री हाथ जोड़े मुलायम और भागवत के सामने खड़े थे. बसपा राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि किसानों को कुचल दिया गया और जब एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट दी है तब मीडिया ने सवाल पूछा तो मीडिया का कलर पकड़ लिया. किसानों पर दर्ज मुकदमे अब तक वापस नहीं लिए गए हैं. भाजपा की सरकार ने दो करोड़ नौजवानों को नौकरी देने का वादा किया, लेकिन नहीं दे सके. वहीं युवाओं को पकोड़ा तलने की नसीहत दे डाली. सरकार सभी नौकरियों को प्राइवेट कर मौके खत्म करती जा रही है. वैसे बहुजन समाज पार्टी अपना व्यवसाय करने को गलत नहीं मानती है.
आईटी रेड को बताया बीजेपी का दिखावा
भाजपा के धर्म के नाम पर वोट लेने की बात पर भी बसपा के राष्ट्रीय महासचिव ने हमला बोला. उन्होंने कहा कि बसपा के लोग राम के साथ सीता का नाम लेते हैं. हम लोग किसी से मिलते हैं तो कहते हैं जय सीता राम. भाजपा केवल राम के नाम का सहारा लेकर राजनीति करती है. राम के नाम पर केवल पैसा इकट्ठा करने का कार्य कर जनता के साथ धोखा किया गया है. मायावती जी के शासनकाल में बिठूर में लव कुश के स्थान को विकसित करने का कार्य किया गया था. चुनाव सुधार कानून के प्रश्न उत्तर पर सतीश मिश्रा ने कहा कि हमने इस आधार से वोटर कार्ड को जोड़ने का विरोध किया है. बीजेपी पांच राज्यों के चुनाव से पहले हारने लगी है तो हताश होकर इसी तरह के कदम उठाती है. आई-टी रेड पर कहा की दोनों बीजेपी और सपा लोग मिले हुए हैं. जैसा की आप लोगों ने देखा है कि मोहन भागवत जी और मुलायम सिंह एक साथ है. बीजेपी दिखाने के लिए यह सब कर रही है.
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