Dacaoit Sundari Seema Yadav: कहते हैं बीहड़ों का नाता राजनीति से बड़ा पुराना रहा है. जब जब बीहड़ से गोलियों की आवाज बंद हुई है तब तब सियासत के अखाड़े में बिहार का परचम भी खूब लहराया. फिर चाहे दस्यु सुंदरी फूलन देवी की बात की जाए या फिर कानपुर देहात की दूसरी दस्यु सुंदरी सीमा यादव का नाम क्यों ना हो. वहीं एक बार फिर से कानपुर देहात के बीहड़ों से निकलकर एक नाम फिर से सियासत के गलियारे में कदम रख रहा है. जी हां हम बात कर रहे हैं कानपुर देहात के बीहड़ों में अपने नाम से जानी जाने वाली सीमा यादव की. वहीं सीमा यादव है जिसे दस्यु सुंदरी के नाम से भी जाना जाता है. दरअसल कानपुर देहात की रहने वाली सीमा यादव बीहड़ों से निकलकर अपनी जिंदगी को एक नया रंग और आयाम देना चाहती हैं. सभी राजनीतिक दलों को एक बड़ी चुनौती देने का दम भरने वाली दस्यु सुंदरी सीमा यादव ने सिकंदरा विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.



12 साल की उम्र में पति ने किया सौदा
कानपुर देहात के सिकंदरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत नेहरुपुर गांव की रहने वाली दस्यु सुंदरी सीमा यादव फिर एक बार चर्चा में हैं. सीमा यादव जब 11 साल की हुई तो ही पिता जुनून सिंह ने सीमा की शादी तय कर दी थी. उस जमाने में 10 साल की होते ही लड़कियों के हाथ पीले कर दिए जाते थे. 1998 में इटावा के भवानीपुर गांव के निवासी कल्लू सिंह से शादी की गई थी वह 25 साल का था. शादी के एक हफ्ते बाद ही दर्जनभर बंदूकधारी उसके पति से मिलने आए और वह हैरानी थी कि यह डकैत क्या कर रहे हैं. ससुराल में आए दिन डकैतों का आना जाना सीमा को रास नहीं आ रहा था. सीमा इतना तंग आ गई कि उसने आए दिन अपने घर में विरोध शुरू कर दिया. जिसके बाद उसके ससुराल वालों ने उसे 60 हजार में डकैतों को बेच दिया. 12 साल की उम्र में वह चंबल की डकैत बन गई. शादी के करीब सात महीने बाद ही सीमा का सौदा खुद उसके पति ने कर दिया था.

प्रियंका गांधी के कामों की तारीफ
अब सीमा यादव ने कानपुर देहात की सिकंदरा विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. सीमा का कहना है कि वह राजनीति के गलियारे में पैर रखकर समाज के लिए कुछ अलग करना चाहती है. खासकर महिलाओं को लेकर हो रहे उत्पीड़न और अत्याचार के लिए वह उनकी आवाज बनना चाहती हैं. सीमा ने कानपुर नगर में मीडिया से मुखातिब होकर अपना राजनीति में कदम रखने का एलान कर दिया. वहीं दस्यु सुंदरी ने कांग्रेस की प्रियंका गांधी के कार्यों पर खुशी जताते हुए कहा कि वह अच्छा काम कर रही हैं. इस पर मीडिया की तरफ से पूछे गए सवालों में यह भी कहा गया कि क्या उन्हें कांग्रेस की तरफ से अगर चुनाव लड़ने का मौका दिया जाएगा, तो वह क्या कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ेंगी. इस पर सीमा यादव ने फिलहाल साफ तौर से यह कह दिया है कि अभी वह किसी पार्टी के साथ चुनाव नहीं लड़ना चाहती हैं. वह निर्दलीय चुनाव लड़ कर सत्ता के सिंहासन पर विराजमान होना चाहती हैं. 


ये भी पढ़ें-


Noida News: नोएडा में प्रदर्शन कर रहे किसानों की बीच पहुंचे AAP सांसद संजय सिंह, सरकार से की ये मांग


UP Election 2022: शिक्षा मंत्री ने किया क्रीड़ा एवं शैक्षिक समारोह का उद्घाटन, विपक्ष के ब्राह्मण कार्ड पर कह दी ये बात