UP News: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के खिलाफ एनआईए (NIA) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की रेड के बाद से ही एक्शन जारी है. जांच एजेंसियों का आरोप है कि पीएफआई के विदेश में रहने वाले कुछ सदस्यों ने भारत में कट्टरपंथी इस्लामी संगठन को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई है. इनका मकसद विदेशी वित्तोषण से संबंधित कानून से बचना था. अब ईडी की छापेमारी के बाद पीएफआई मेंबर मोहम्मद अहमद बेग (Mohammad Ahmed Baig) को लखनऊ (Lucknow) से यूपी एटीएस (UP ATS) द्वारा गिरफ्तार किया गया है.
एसटीएफ ने मदेयगंज इलाके से मोहम्मद अहमद को गिरफ्तार किया है. मोहम्मद अहमद से गिरफ्तारी के दौरान मोबाइल, लैपटॉप, 22 किताबें और 5640 रुपए बरामद किए गए हैं. एसटीएफ ने आरोपी मोहम्मद अहमद को एनआईए स्पेशल कोर्ट में पेश किया जिसके बाद कोर्ट ने मोहम्मद अहमद को छह अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.
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कर रहा था ये काम
मोहम्मद अहमद के खिलाफ यूएपीए के तहत केस दर्ज हुआ है. अहमद बेग नदवी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया का सदस्य रहा है. वह पीएफआई के लिए मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर यूट्यूब पर लोगों को बरगला रहा था. गिरफ्तार अहमद बेग नदवी 2018 तक लखनऊ के नदवा कॉलेज में पढ़ाता भी था. यूपी एसटीएफ को अहमद बेग नदवी के मोबाइल और लैपटॉप से कई आपत्तिजनक वीडियो भी मिले हैं.
ये ओमान समेत कई खाड़ी देशों में जाकर पीएफआई के लिए फंड इकट्ठा करने का काम कर रहा था. श्रावस्ती का रहने वाला अहमद बेग नदवी 2047 में भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की मुहिम चला रहा था. हाल ही में हुए 2022 के विधानसभा चुनाव में बहराइच के कैसरगंज सीट से एसडीपीआई, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के टिकट से चुनाव भी लड़ चुका है. यूपी एसटीएफ ने अहमद बेग नदवी को मदेगंज इलाके के किराए के मकान से गिरफ्तार किया है.
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