UP News: अयोध्या (Ayodhya) में सात साल के मासूम के साथ दरिंदगी के मामले में अब आम जनमानस सड़क पर उतर आए हैं. कल जहां स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया था. तो आज वहीं बड़ी संख्या में महिलाओं बच्चियों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया और रोड मार्च निकाला रोड मार्ग खाकी अखाड़ा से नया घाट तक गया. इस दरमियान कई जगह पर रोड जाम का भी प्रयास प्रदर्शनकारियों ने किया.
क्या थी उनकी मांग
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि अयोध्या की मासूम के साथ हुई हैवानियत पर मुख्य आरोपी के साथ उसके सहयोग करने वालों को भी पुलिस हिरासत में ले और कार्रवाई करें. जबकि पुलिस ने घटना के महज 12 घंटे के अंदर ही मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. प्रदर्शनकारी महिलाएं और बेटियां आवाज उठा रही थी कि अयोध्या के बेटी को 'न्याय दो, न्याय दो' आरोपी और सहयोगियों को फांसी दो फांसी दो. हाथ में न्याय का स्लोगन लिखा पोस्टर ले कर के पूरे अयोध्या में भ्रमण करने वाली महिलाएं और बेटियां सात साल के मासूम के साथ हुई दरिंदगी के विरोध में उतरी थीं. मांग थी कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो और उनके सहयोग देने वाले को गिरफ्तार किया जाए.
क्या बोली महिलाएं
प्रदर्शनकारी महिला मंजू शुक्ला ने कहा कि प्रदर्शन कर हम लोग मांग कर रहे हैं कि दूसरे सहयोगी आरोपी पकड़े नहीं गए हैं. जिनका नाम है अनिल और शुभम प्रदर्शन. कालीन महिला ने कहा कि आखिर क्यों नहीं इन दोनों लोगों की गिरफ्तारी हो रही है जबकि सच्चाई सब कोई जान रहा है. प्रदर्शनकारी महिला ने कहा कि पीड़ित अयोध्या की निर्भया के साथ एक मां नहीं है अयोध्या के हर घर में उसकी मां है. उसके न्याय दिलाने के लिए हम आखिरी दम तक लड़ाई लड़ेंगे. प्रदर्शनकारी महिला अर्चना तिवारी ने कहा कि अभी तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कानों तक एक मासूम की चीख नहीं पहुंची. मां के हालात अभी तक किसी ने नहीं जाने. आखिर क्यों इस तरह के कर्म करने वाले रेपी को रखा गया है. क्यों नहीं उसको मौके पर ही सजा दी गई. उसको मौके पर ही गोली मार देनी थी. हम योगी सरकार से यह जानना चाहते हैं.
क्या बोली प्रदर्शनकारी महिलाएं
वहीं प्रदर्शनकारियों में शामिल कीर्ति धर द्विवेदी ने कहा कि हमारी यह मांग है मुख्य आरोपी के सहयोग देने में दो अभियुक्त और हैं. जिन्होंने उसको बचाने में सहयोग किया है. उनकी भी गिरफ्तारी जल्द से जल्द हो साथ ही मांग किया है. बच्ची के परिवार से बात हो और यह जानने का प्रयास हो की क्या स्थिति है. आरोपी के खिलाफ किस तरीके की कार्रवाई हो रही है. इससे भी पीड़ित के परिवार को अवगत कराया जाए. वहीं प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि जल्द से जल्द फास्ट कोर्ट मैं संपूर्ण मामले की सुनवाई हो और दोषी के खिलाफ कार्रवाई हो. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यह मांग की गई है कि बुलडोजर चलाकर आरोपी के घर को नेस्तनाबूद करें और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें. साथ ही यह चेतावनी भी दी गई है कि जब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिलता तब तक इसी तरीके का प्रदर्शन प्रतिदिन होता रहेगा.
क्या बोली पुलिस
वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अयोध्या क्षेत्र में सात वर्षीय मासूम बालिका के साथ रेप की घटना प्रकाश में आई थी. तत्काल मामला दर्जकर के साथ ही साथ बालिका को बेहतर उपचार के लिए महिला अस्पताल से रेफर होने के बाद लखनऊ बेहतर इलाज के लिए भेजा गया. उसका इलाज हो रहा है और उसकी स्थिति अब बेहतर है. अज्ञात में पंजीकृत घटना थी के अभियुक्त की 12 घंटे में गिरफ्तारी की गई है. अभियुक्त राजन मांझी जिस जगह पर भंडारा हो रहा था. वहां पर टेंट लगाने का काम करता था. बच्ची शाम के समय भंडारे के टेंट में खेल रही थी. लुका-छुपी खेल में एक पतली सी गली मैं झाड़ियों में छुपने के लिए गई पास में ही एक ठेले पर अभियुक्त बैठा था. बच्ची को देखा उसका मुंह दबा कर बिल्डिंग के पीछे ले गया और उसके साथ रेप किया. बच्चे को वहां पर छोड़ कर वहां से निकल गया. सीसीटीवी कैमरे के निकाले गए फुटेज के आधार पर गिरफ्तारी की गई. पहले ही पूछताछ की घटना में उसने सब कुछ कबुल दिया और घटना को फास्ट ट्रेक के माध्यम से कोर्ट सुनवाई होगी.
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