Sambhal News: उत्तर प्रदेश के संभल (Sambhal) में सपा सांसद शफीकुर्र रहमान (Shafiqur Rahman) के विवादित बयान पर अयोध्या संत समिति के महामंत्री और संत समाज से जुड़े हुए लोगों ने आपत्ति जताई है, संतो ने कहा अगर चुनौती है तो फिर स्वीकार है लेकिन देश में कहीं पर भी जहां पर पौराणिक स्थल या देवालय है उस पर किसी भी तरीके का ढांचा है तो उस ढांचे को विध्वंस करके एक बार अयोध्या ने दिखा दिया है. अगर फिर से चुनौती है तो स्वीकार है.
संतों ने दी चुनौती
संतो ने नारा दिया और कहा कि तीन नहीं तो 30 हजार नहीं बचेगी कोई मजार. साथ ही संत समाज ने कहा कि समाज में वैमनस्यता फैलाने के लिए मुस्लिम समाज के लोग ही हाथों में कलावा और नाम बदलकर ऐसा कुचक्र रचते हैं कि जिससे आग लगे. संत समाज ने चेतावनी देते हुए कहा कि जिस दिन सनातन धर्म के लोग एकत्रित हुए उस दिन शस्त्र उठाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. हम ताली बजा कर इन लोगों को भगा देंगे
सपा सांसद शफीकुर्र रहमान ने दिया था ये विवादित बयान
दरअसल संभल के सपा सांसद शफीकुर्र रहमान ने एक विवादित बयान दिया था जिसमें उन्होंने साफ कहा जामा मस्जिद में अगर जल चढ़ाने की कोशिश हुई तो हजारों मुसलमानों का खून चढ़ेगा, मुसलमान यह बर्दाश्त नहीं करेगा और हालात बेकाबू हो जाएंगे.
3 नहीं तो 30 हजार नहीं बचेगी कोई मजार- पवन दास शास्त्री
अयोध्या संत समिति के महामंत्री पवन दास शास्त्री ने कहा कि एक पुरानी कहावत है कि गीदड़ की जब मौत आती है तो वह गांव की तरफ भागता है संत समाज के लोगों ने पहले ही कहा है 3 नहीं तो 30 हजार नहीं बचेगी कोई मजार. अगर शफीकुर्रहमान आमंत्रण दे रहे हैं तो आमंत्रण स्वीकार है और अगर उनके पास ज्यादा खून हो गया है तो उस खून से ही अभिषेक होगा. संत समिति के महामंत्री ने कहा कि हम ने कई बार रणचंडीकाओं का श्रृंगार इसी खून से किया है. फिर से अपने स्लोगन को दोहराते हुए संत समिति के महामंत्री ने कहा कि 3 नहीं तो 30 हजार नहीं बचेगी कोई मजार.
रामादल ट्रस्ट के अध्यक्ष कल्कि राम ने क्या कहा?
वही रामादल ट्रस्ट के अध्यक्ष कल्कि राम ने कहा शफीकुर्रहमान अपने समाज के बारे में जानते हैं इन्हीं के समाज के लोग अपना नाम बदल कर के हाथ में कलावा बांध करके समाज मे आग फैलाते हैं और फिर यही लोग सड़कों पर उतर के उपद्रव भी करते हैं. रामा दल ट्रस्ट के अध्यक्ष ने कहा कि दुनिया में कहीं भी हिंदू अपना नाम बदलकर किसी उन्माद में लिप्त नहीं पाया गया. जब भी पकड़े जाते हैं तो मुस्लिम समाज के लोग ही सामने आते हैं. शफीकुर्रहमान पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि अगर ऐसा कह रहे हैं तो सरकार को यह समझना चाहिए कि इन्हीं के लोग हाथों में कलावा सर पर तिलक लगाकर के जल चढ़ाएंगे और बताएंगे रमेश ने जल चढ़ा दिया और जब इस विषय पर जांच होगी तो रमेश जो है वह मोहम्मद सज्जाद निकलेगा.मुस्लिम समाज के लोग यही कर रहे हैं अपना नाम और भेष बदलकर के इस समाज में आग फैलाने का काम कर रहे हैं. इनके विनाश का अब समय आ गया है.
माम्यर की घटना का हवाला देते हुए कहा कि 45 परसेंट रहने वाले बौद्ध सीधे एक झटके में 1% पर आ गए हैं अगर यही स्थिति आप चाहते हैं तो इसी तरह मुस्लिम समाज के लोग आग लगाते रहें. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जिस दिन सनातन धर्म एकजुट हुआ तो हम शस्त्र नहीं उठाएंगे ताली बजा करके आप लोगों को भारत से भगा देंगे हम लोगों को शस्त्र उठाकर खून बहाने की जरुरत नहीं है।
महंत राजू दास ने शफीकुर्रहमान पर साधा निशाना
हनुमानगढ़ी के पुजारी महंत राजू दास ने कहा कि सपा के सांसद शफीकुर्रहमान का जो विवादित बयान है वह दुर्भाग्यपूर्ण बयान है यह देश संविधान से चलता है आप मुसलमानों को आतंकवादी बनाना चाहते हैं क्या यह भाषा आपकी दुर्भाग्यपूर्ण है और निंदनीय है.
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