Azamgarh News: डॉक्टर की लापरवाही से खराब हुई आठ साल के मासूम की एक आंख, परिजनों ने की सख्त कार्रवाई की मांग
UP News: यूपी के आजमगढ़ में एक डॉक्टर की लापरवाही से आठ साल के मासूम की एक आंख खराब हो गई है. जिसके बाद उसके पिता ने पुलिस अधीक्षक से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
![Azamgarh News: डॉक्टर की लापरवाही से खराब हुई आठ साल के मासूम की एक आंख, परिजनों ने की सख्त कार्रवाई की मांग Uttar Pradesh Azamgarh child eye got damaged due to giving wrong medicine ANN Azamgarh News: डॉक्टर की लापरवाही से खराब हुई आठ साल के मासूम की एक आंख, परिजनों ने की सख्त कार्रवाई की मांग](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/08/31/43cb95b6d7feab72047dacee93d4c3ae1661946941561276_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Azamgarh News: आजमगढ़ (Azamgarh) के एक प्राइवेट अस्पताल (Private Hospital) में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां एक डॉक्टर की लापरवाही से आठ साल के मासूम की एक आंख की रोशनी चली गई है. जिससे परेशान परिजनों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर प्राइवेट चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
दवाई डालने से खराब हुई मासूम की आंख
पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर अपने आठ साल के बेटे सौरभ के साथ पहुंचे मनोज कंधरापुर थाना क्षेत्र के कोहडी बुजुर्ग गांव के रहने वाले हैं. इनका आरोप है कि उनके बेटे की आंख लाल हुई तो वो बिलरियागंज नया चौक स्थित आई हास्पिटल एवं दांत अस्पताल में दिखाने के लिए गए. जहां बच्चे को अस्पताल के चिकित्सक डॉ आलम द्वारा कुछ ड्राप और खाने की दवाएं दी गई. वहीं जब घर पर जैसे ही बच्चे की आंख में दवा डाली गई तो वो दर्द से कराहने लगा. जिसके बाद मनोज दोबारा अपने बच्चे को लेकर डॉक्टर आलम के पास गए और परेशानी बताई तो उन्होंने कुछ दवाओं को बदल दिया.
बच्चे के पिता ने की कार्रवाई की मांग
वहीं जब दवाई बदलने के बाद बच्चे की आंखों में उसे डाला गया तो उसकी आंख से सफेद पदार्थ निकलने लगा. जिसके बाद मनोज तीसरी बार डॉक्टर आलम के पास पहुंचा. लेकिन डॉक्टर ने उसकी बात नहीं सुनी. इसके बाद मनोज अपने बच्चे को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा और वहां डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने बताया कि, बच्चे की एक आंख खराब हो गई है और हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया. पीड़ित मनोज का आरोप है कि डॉक्टर आलम की लापरवाही की वजह से उसके बच्चे का जीवन बर्बाद होने के कगार पर है. ऐसे में आई हास्पिटल एवं दांत अस्पताल के चिकित्सक के खिलाफ पीड़ित ने कार्रवाई की मांग पुलिस अधीक्षक से की है.
वहीं इस मामले में मुख्य चिकित्साधिकारी डा आईएन तिवारी का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में आया है. किसी व्यक्ति ने उनको फोन के जरिए इसकी जानकारी दी है. इस प्रकरण में जांच कर निष्पक्ष रूप से कार्रवाई की जायेगी.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)