UP News: आबकारी विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से कंपनी के अभिलेखों में 100 करोड़ रुपये की हेराफेरी करने का मामला सामने आया है. यहां शराब कारोबारी मनोज जायसवाल अब चौतरफा घिरता जा रहा हैं. पहले एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार किया और आज उसके बार पर बरेली विकास प्राधिकरण ने शिकंजा कस लिया है. बीडीए ने करोड़ों की लागत से बने मनोज जायसवाल के अवैध 21 डाउन टाउन बार पर बुल्डोजर चलाकर उसे जमींदोज कर दिया है.
छह जेसीबी किया ध्वस्त
बारादरी थाना क्षेत्र के स्टेडियम रोड पर स्थित शराब कारोबारी अजय जायसवाल के अवैध 21 डाउन टाउन बार को ध्वस्त कर दिया है. ये बार जिस दिन से बना उसी दिन से सुर्खियों में रहा है. आवासीय नक्से पर इस बार को बना लिया गया था. जिस वजह से बीडीए ने मनोज जायसवाल को कई बात नोटिस भी दिया. अब बीडीए उपाध्यक्ष जोगेंद्र सिंह ने आज 21 डाउन टाउन बार को ध्वस्त कर दिया. करीब आधा दर्जन जेसीबी ने बार को जमींदोज कर दिया.
दर्ज हुआ मामला
दरअसल, "को-आपरेटिव कंपनी लिमिटेड" टपरी, सहारनपुर लोकल आबकारी डिस्ट्रीब्यूटर्स, ट्रान्सपोर्टर एवं को-आपरेटिव फैक्ट्री में नियुक्त का एक मामला सामने आया है. आबकारी विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से कम्पनी के अभिलेखों में हेरा-फेरी कर करोड़ो रूपये की टैक्स एवं एक्साइज ड्यूटी चोरी की घटना सामने आया है. इस संबंध में मार्च 2021 में धारा 60(2) आबकारी अधिनियम व 120बी, 420, 467, 468, 471, 477ए व 66 आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हो गया है. ये मामला लखनऊ के एसआईटी थाना में दर्ज किया गया था.
किनकी हुई गिरफ्तारी
इस मामले में दिनांक तीन मार्च 2021 को मौके से आठ अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गयी थी. इसी अभियोग में वांछित सरगना ट्रान्सपोर्टर 25 हजार रुपये के इनामी अभियुक्त सत्यवान शर्मा गिरफ्तार किया गया था. उनको हरियाणा प्रान्त से 30 जुलाई को एवं कम्पनी का टेक्निकल हेड कमल डेनियल को उत्तराखण्ड से 11 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था. कम्पनी के सेल्स हेड एवं लाइजनिंग आफिसर अश्वनी कुमार उपाध्याय को 23 सितंबर एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किया गया था. ये सभी 25-25 हजार रूपये के पुरस्कार घोषित वांछित अपराधी थे.
13 आरोपी गिरफ्तार
इस प्रकरण में एसटीएफ द्वारा अब तक कुल 13 अभियुक्तों को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है. इसी अभियोग में सीएल-2 गोदाम कानपुर व उन्नाव के अनुज्ञापी अजय जायसवाल का पार्टनर व मुख्य साजिशकर्ता मनोज कुमार जायसवाल को भी गिरफ्तार कर लिया गया. इतना ही नहीं 50 हजार के इनामी अजय जायसवाल को भी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है.
क्या करता था मनोज
मनोज जायसवाल वर्ष 1992 में इण्टर की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अपने पिता के व्यवसाय से जुड़कर उनके ट्रक को लोकल बरेली क्षेत्र में चलवाने लगा था. वो स्वयं भी कभी-कभी ट्रक चलाने लगा था. बरेली में ही लोगों की जमीन व मकान बिकवा कर दलाली का काम करने लगा एवं शराब की फुटकर दुकान का लाईसेंस बनवाकर शराब व्यवसाय से जुड़ गया. कुछ समय पश्चात बड़ी-बड़ी जमीनें खरीद कर प्लाटिंग कर बेचने व फ्लैट बनाकर बेचने का काम शुरू कर दिया. अधिक पैसा कमाने हेतु जमीनों का कार्य करने के साथ ही वर्ष 2017 से शराब व्यवसाय में पूरी तरह से जुडकर धनार्जन करने लगा.
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