Businessman Sanjeev Garg Murder Case: उद्योगपति संजीव गर्ग की हत्या का खुलासा, 50 से ज्यादा पुलिसकर्मियों ने मिलकर की ये कार्रवाई
Bareilly News: बरेली (Bareilly) पुलिस (Police) ने उद्योगपति (Businessman) संजीव गर्ग की हत्या का खुलासा करते हुए आठ किलो सोना और 13 लाख रुपये के साथ चार हत्यारों को गिरफ्तार किया है.
Barilly Murder Case: आखिरकार पुलिस के लिए चुनौती बने उद्योगपति संजीव गर्ग हत्याकांड (Businessman Sanjeev Garg Murder) का खुलासा हो ही गया. बरेली (Bareilly) पुलिस (Police) ने उद्योगपति (Businessman) संजीव गर्ग की हत्या का खुलासा करते हुए आठ किलो सोना और 13 लाख रुपये के साथ चार हत्यारों को गिरफ्तार किया है. जबकि चार आरोपी अभी भी फरार हैं. इस सनसनीखेज खुलासे के लिए 50 से अधिक पुलिसकर्मी, एसपी ग्रामीण, एसपी क्राइम और सीओ को लगाया गया था.
किसे किया गिरफ्तार
उधोगपति संजीव गर्ग की हत्या उनके साढू के बेटे सोनू और मोनू ने पांच लाख रुपये सुपारी देकर हत्या करवाई थी. पुलिस ने बरेली के इज्जतनगर निवासी सुपारी किलर कुख्यात अपराधी विकास कश्यप उर्फ विकास भल्ला, राजस्थान के जयपुर निवासी शुभम कुमावत, उधोगपति संजीव गर्ग के साढू के बेटे गौरव मित्तल उर्फ सोनू और सौरभ मित्तल उर्फ मोनू को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस पूछताछ में पता चला है कि इस जघन्य हत्याकांड में चार और अपराधी शामिल है जो फरार है. मुरादाबाद का दयाराम, राजस्थान के जयपुर का दीपक सोनी उर्फ दीपक रॉयल, हरियाणा के महेंद्रगढ़ का राजवीर सिंह उर्फ सरपंच और राजस्थान के जयपुर निवासी मनीष मीणा उर्फ ठाकुर अभी फरार है. जिनकी तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं. इन सभी बदमाशों पर अलग-अलग राज्यों में हत्या, लूट और डकैती के दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं.
किसने दी सुपारी
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सोनू और मोनू लगातार पुलिस को गुमराह कर रहे थे और घटना वाले दिन से ही वो परिवार वालों के साथ थे, ताकि उनपर कोई शक न करे. पुलिस ने जब सुपारी किलर विकास और शुभम को गिरफ्तार किया तो उन्होंने पूछताछ में बताया कि उन्हें सोनू और मोनू ने पांच लाख रुपये की सुपारी दी थी. पिछले एक साल से हम सभी संजीव गर्ग की हत्या की साजिश कर रहे थे और सितंबर से उनकी रेकी शुरू कर दी थी. वो किस समय घर से निकलते है और कहां कहां जाते हैं. जिसके बाद 20 सितंबर को मौका पाकर लोहे की रॉड सिर पर मारकर संजीव गर्ग की हत्या कर दी थी.
कैसे हुई हत्या
एसएसपी ने बताया कि बदमाशों ने संजीव गर्ग को धमकाया और कहा कि अपने बेटे को फोन करो कि घर पर इनकम टैक्स की रेड पड़ने वाली है. जिस वजह से रुपये और सोना घर से लेकर फीनिक्स मॉल चले आओ. बेटा शुभम कार से रुपयों और सोने से भरा बैग लेकर बताए हुए पते पर पहुच गया और अपने पापा को बैग देकर घर वापिस चला गया. जिसके बाद आरोपियों ने लोहे की रॉड से संजीव गर्ग की हत्या कर दी. हत्यारे आठ किलो सोना और करीब डेढ़ करोड़ रुपया लेकर फरार हो गए.
आईजी ले रहे थे अपडेट
प्रेमनगर निवासी संजीव गर्ग की परसाखेड़ा इंडस्ट्रियल एरिया में प्लाईवुड की फैक्ट्री है. 20 जनवरी को उनकी बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. उनका शव नेशनल हाइवे 24 पर फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र में अग्रास रोड पर उनकी ही कार में मिला था. उद्योगपति संजीव गर्ग के बेटे शुभम गर्ग की ओर से 21 जनवरी को थाना फतेहगंज पश्चिमी में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया था. हाईप्रोफाइल मर्डर के खुलासे के लिए खुद यूपी के डीजीपी मुकुल गोयल ने बरेली पुलिस को निर्देश दिए थे. एडीजी बरेली जोन राजकुमार और आईजी रेंज बरेली रमित शर्मा इस हत्याकांड के खुलासे के लिए पल पल का अपडेट लेते रहे थे. आखिरकार पुलिस ने इस हत्याकांड से पर्दा उठा ही दिया.
किसने की गिरफ्तारी
इस जघन्य हत्याकांड के खुलासे के लिए 50 से अधिक पुलिसकर्मी, एसपी ग्रामीण राजकुमार अग्रवाल, एसपी क्राइम, एसओजी प्रभारी, सर्विलांस सेल प्रभारी, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली हिमांशु निगम समेत कई थानों के इंस्पेक्टर शामिल हैं.
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