BHU News: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित अन्य आयोजन में विश्वविद्यालय के कुलगीत "मधुर मनोहर अतीव सुंदर, यह सर्व विद्या की राजधानी, यह तीनों लोकों से न्यारी काशी" गाने की परंपरा है. अब यह कुलगीत देश दुनिया के जाने-माने शो केबीसी मंच पर भी चर्चा का विषय बन चुका है. इसको लेकर विश्वविद्यालय के छात्र भी काफी उत्साहित हैं. वैसे विश्वविद्यालय का यह कुलगीत छात्रों-शिक्षकों के लिए मात्र एक गीत तक ही सीमित नहीं बल्कि उनके जीवन को विश्वविद्यालय से बांधे रखने वाली एक मजबूत डोर की तरह भी है. 


केबीसी में पूछे गए बीएचयू पर आधारित सवाल


सोमवार को प्रसारित हुए कौन बनेगा करोड़पति नवरात्र स्पेशल एपिसोड में दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन द्वारा हॉट सीट पर बैठी अभिनेत्री शेफाली शाह और हरिराम पांडे से बीएचयू कुलगीत पर आधारित एक प्रश्न पूछा गया. केबीसी हॉट सीट पर बैठे दोनों प्रतिभागियों से सवाल पूछा गया कि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के कुल गीत का अंतिम छंद किस स्वतंत्रता सेनानी को समर्पित है. जिसका दोनों ने सही जवाब देते हुए पंडित मदन मोहन मालवीय का नाम बताया.


काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र दिखे उत्साहित


केबीसी के इस खास एपिसोड को काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र सोशल मीडिया पर ढूंढते नजर आए और वीडियो भी शेयर करते नजर आए. वहीं इस विषय को लेकर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के शोध छात्र अभिषेक सिंह ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान कहा कि महामना मालवीय जी का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा है, उनके द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय परिसर का माहौल व प्रेरणास्रोत बातें हर चुनौतियों से लड़ने और आत्मविश्वास के साथ निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं. अभिषेक ने खुशी जताते हुए यह भी कहा कि देश दुनिया के सबसे चर्चित शो केबीसी में विश्वविद्यालय के कुल गीत और मालवीय जी की चर्चा हो रही है तो यह हम सभी के लिए गर्व का विषय है.


बच्चन परिवार का विश्वविद्यालय से पुराना रिश्ता


अमिताभ बच्चन और उनके परिवार द्वारा काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रति समर्पित भाव देखा गया है. 2017 में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के स्पंदन कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन के बेटे व अभिनेता अभिषेक बच्चन पहुंचे थे जिस दौरान उन्होंने कहा था कि उनके दादा हरिवंश राय बच्चन द्वारा पहली बार मधुशाला का पाठ काशी हिंदू विश्वविद्यालय में ही किया गया था. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा था कि उनके दादा और पिताजी का बीएचयू से विशेष लगाव रहा है और हमारी इच्छा है कि अगली पीढ़ी का भी बीएचयू से विशेष जुड़ाव रहें.