तीन लोकसभा और 29 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव (Bypolls Result 2021) के नतीजे मंगलवार को आए. ये सीटें देश के 15 राज्यों में फैली हैं. उपचुनाव में सबसे चौकाने वाले परिणाम पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) से आए हैं. वहां लोकसभा की 1 और विधानसभा की 3 सीटों के लिए चुनाव कराए गए. सत्ताधारी बीजेपी (BJP) को सभी सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है. हिमाचल में मिली हार के पीछे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने महंगाई (Inflation) को वजह बताया है. उपचुनाव के ये नजीते विपक्षी के लिए टॉनिक का काम कर सकते हैं. खासकर उन राज्यों में जहां अगले साल चुनाव होने हैं. उत्तर प्रदेश में विपक्ष तेल की बढ़ती कीमतों और खाद्य पदार्थों की महंगाई और अर्थव्यवस्था की हालत को मुद्दा बना रहा है. 


हिमाचल के चुनाव परिणाम 


इन परिणामों को अगले साल 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के संकेत के रूप में भी देखा जा रहा है. हिमाचल की हार से बीजेपी में चिंता की लहर दौड़ गई है. हिमाचल की एक लोकसभा सीट और तीन विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराए गए. इन चारों सीटों को कांग्रेस ने जीत लिया है. मंडी लोकसभा सीट पर चुनाव तो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के ही नेतृत्व में लड़ा गया. जुब्बल-कोटखाई में तो बीजेपी जमानत भी नहीं बचा पाई है. हिमाचल के ये परिणाण इसलिए भी बीजेपी के लिए परेशानी पैदा करने वाले हैं कि वहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. 


MP By-Poll 2021 Results: मध्य प्रदेश उपचुनाव का फाइनल रिजल्ट, जानें बीजेपी और कांग्रेस की हार-जीत का आंकड़ा


राजस्थान की धारवाड़ और वल्लभनगर सीट पर उपचुनाव कराए गए. दोनों सीटें कांग्रेस के खाते में गई हैं. दोनों ही जगह बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है. राजस्थान में खेमों में बंटी कांग्रेस और बीजेपी के लिए ये परिणाम दूरगामी होंगे. पश्चिम बंगाल में 4 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. इनमें से दो सीटें वो हैं, जहां मई में हुए चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. 


बीजेपी और कांग्रेस की टक्कर


मध्य प्रदेश में विधानसभा की 3 और लोकसभा की एक सीट के लिए चुनाव कराए गए. वहां बीजेपी ने लोकसभा और विधानसभा की दो सीटों पर कब्जा जमाया है. कांग्रेस को एक सीट मिली है. लेकिन जहां कांग्रेस हारी भी है, वहां उसने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी है. बिहार में कुशेश्वरस्थान और तारापुर सीट एक बार फिर सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के खाते में गई है. पिछले साल चुनाव में भी जेडीयू ने ये दोनों सीटें जीती थीं. हरियाणा की ऐलनाबाद सीट पर इनेलो ने जीती है. लेकिन यह सत्ताधारी बीजेपी के लिए खतरे की घंटी है, जो वहां बहुत ही कम बहुमत वाली सरकार चला रही है.


असम में 5 सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी ने 3 और उसकी सहयोगी यूनाइटेड पिपुल्स पार्टी (लिबरल) ने दो सीटों पर जीत दर्ज की है. कर्नाटक में बीजेपी और कांग्रेस के हिस्से में एक-एक सीट आई है. यह सीट मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री एस बोम्मई के गृह जिले में है. वहीं महाराष्ट्र की एक विधानसभा सीट पर कांग्रेस और दादरा नगर हवेली लोकसभा सीट शिव सेना ने जीत ली है.  


कांग्रेस ने प्रधानमंत्री को क्या सलाह दी


अगले साल देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने हैं. वहां विपक्षी खराब स्वास्थ्य सेवाओं, महंगाई, बेरोजगारी और बढ़ते अपराध को मुद्दा बना रहे हैं. वहीं सत्ताधारी बीजेपी धार्मिक मुद्दों को हवा दे रही है. लेकिन उत्तर प्रदेश के विपक्ष को उपचुनाव के इन नतीजों से ताकत मिल सकती है. वह अब यह कह सकता है कि जनता महंगाई और बेरोजगारी से परेशान है. 


उपचुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अहंकार छोड़ने, तीनों कृषि कानूनों को वापल लेने, पेट्रोल और डीजल की कीमतों को कम करने की सलाह दे डाली. इन उपचुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन उत्तर प्रदेश में उसका हौंसला बढ़ा सकता है, जो कि वहां 100 से अधिक सीटें जीतने के लक्ष्य के साथ चुनाव मैदान में जाने वाली है. 


उपचुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अहंकार छोड़ने, तीनों कृषि कानूनों को वापल लेने, पेट्रोल और डीजल की कीमतों को कम करने की सलाह दे डाली. इन उपचुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन उत्तर प्रदेश में उसका हौंसला बढ़ा सकता है, जो कि वहां 100 से अधिक सीटें जीतने के लक्ष्य के साथ चुनाव मैदान में जाने वाली है. 


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