UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) शुक्रवार को तीन दिवसीय दौर पर गोरखपुर (Gorakhpur) आएंगे. वे गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple) में हुई आतंकी घटना के बाद बढ़ाई गई सुरक्षा का जायजा लेंगे. नवरात्रि (Navratri) के नवमी के दिन वे कन्या पूजन करेंगे. इसके पूर्व वे नौ अप्रैल को एमएलसी चुनाव (MLC Election) में नगर निगम बूथ पर मतदान भी करेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भटहट में निर्माणाधीन आयुष विश्वविद्यालय (Ayush University) में घटिया निर्माण का निरीक्षण करने भी जा सकते हैं. इसके अलावा वे गोरखपुर भारत सेवा संघ के कार्यक्रम में भी भाग लेंगे.
कैसी है गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा
गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा को आतंकी हमले के बाद से चाक-चौबंद किया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आवास होने की वजह से हाई सिक्योरिटी जोन में आने वाले विश्व प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे थे. आतंकियों के निशाने पर रह रहे गोरखनाथ मंदिर को पूरी तरह से बुलेट प्रूफ किया गया है. चाक-चौबंद सुरक्षा का ही नतीजा रहा है कि आतंकी हमले में जानमाल का नुकसान नहीं हुआ. ड्यूटी पर तैनात जवानों ने समय रहते आतंकी को धर दबोचा.
कहां करेंगे पूजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सांसद रहते हुए वासंतिक और शारदीय नवरात्र में पूरे नौ दिन आवास के प्रथम तल पर ही रहकर पूजा-अर्चना करते रहे हैं. मुख्यमंत्री बनने के बाद ये क्रम टूटा, व्यस्तता और कोविड की वजह से उनका नौ दिन के कार्यक्रम में बदलाव हो गया. गोरक्षपीठ के महंत होने और नाथ पीठ के पीठाधीश्वर के दायित्व के निर्वहन के लिए वे अष्टमी और नवमी को गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में जरूर रहते हैं. नवमी को वे कन्या पूजन करने के साथ उन्हें भोज भी कराते हैं.
क्या है कार्यक्रम
आतंकी घटना की वजह से उन्हें नवरात्र के मध्य में ही गोरखपुर आना पड़ा. इस बार वे तीन दिवसीय दौरे पर सप्तमी को ही गोरखपुर पहुंच रहे हैं. वे यहां पर गोरखनाथ मंदिर में बढ़ाई गई सुरक्षा का जायजा भी लेंगे. मुख्यमंत्री आठ अप्रैल को दोपहर बाद गोरखपुर पहुंचेंगे. यहां पर वे नौ अप्रैल को एमएलसी चुनाव में नगर निगम बूथ पर मतदान करेंगे. इसके अलावा सांसद, राज्यसभा सांसद और नगर निगम के मेयर और पार्षद भी नगर निगम बूथ पर मतदान करेंगे.
क्यों खफा हैं सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भटहट में आयुष विश्वविद्यालय में हुए घटिया निर्माण से काफी खफा हैं. वे इसका निरीक्षण करने के लिए जा सकते हैं. संभावना जताई जा रही है कि घटिया निर्माण के लिए दोषी अधिकारियों और ठेकेदार के ऊपर गाज भी गिर सकती है. योगी सरकार 2.0 में सीएम योगी के तेवर काफी सख्त और बदले हुए हैं.
हमले में क्या हुई है कार्रवाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आतंकी घटना में शामिल परिवार की संपत्ति की जांच के अधिकारियों को आदेश भी दे सकते हैं. आतंकी घटना को अंजाम देने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी का परिवार गोरखपुर के सिविल लाइन्स में जहां रहता है, वो नजूल की जमीन है. उसका पट्टा 1940 में आतंकी अहमद मुर्तजा अब्बासी के परदादा नजीर अहमद अब्बासी को दिया गया था. हालांकि एटीएस भी आतंकी और उसके परिवार के खातों के साथ संपत्ति को खंगालने में जुटी है.
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