Ram Mandir: गोरखपुर पहुंचेंगी देवशिलाएं, सीएम योगी करेंगे स्वागत, रामलला के लिए नेपाल से आ रही हैं शालिग्राम की शिलाएं
UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) मंगलवार को गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple) में शालिग्राम की शिलाओं (Shaligram Shilakhand) का स्वागत करेंगे.
Gorakhpur News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) मंगलवार यानी 31 जनवरी को गोरखपुर (Gorakhpur) के दौरे पर आएंगे. इस दौरान वे दोपहर बाद करीब तीन बजे गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple) पहुंचेंगे. जहां मुख्यमंत्री नेपाल (Nepal) से आ रही शालिग्राम शिलाखंड (Shaligram Shilakhand) का स्वागत करेंगे. नेपाल की काली गंडकी नदी से निकली छह करोड़ वर्ष पुरानी 26 टन और 14 टन की शालिग्राम पत्थर देवशिला रथ शाम चार बजे कुशीनगर (Kushinagar) से गोरखपुर में प्रवेश करेंगी.
इसके बाद देव सिलाई शाम पांच बजे शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए गोरखनाथ मंदिर पहुंचेंगे. जहां पर इसका भव्य स्वागत पीठाधीश्वर के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे. देव शिलाओं के साथ नेपाल से 100 संत और प्रबुद्ध जन भी आ रहे हैं. बुधवार यानी फरवरी की सुबह 7:30 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूजन अर्चन के बाद इन सेनाओं को अयोध्या के लिए रवाना करेंगे.
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इन कार्यक्रमों में होंगे शामिल
इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करीब 11 बजे एनेक्सी भवन सभागार में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत करीब 65 हजार करोड़ के निवेश की जमीन तैयार करेंगे. जिला स्तरीय निवेशक सम्मेलन में 300 दिन में जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग सम्मिलित होंगे. इसके बाद में भटहट के पिपरी में महायोगी गुरु गोरखनाथ राज्य विश्वविद्यालय की ओपीडी का शुभारंभ करने जाएंगे. आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी की ओपीडी का शुभारंभ होगा. यहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 10 हजार लोगों को संबोधित भी करेंगे. इसके साथ ही विश्वविद्यालय से 94 कॉलेज भी संबंध हो जाएंगे.
बता दें कि अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में स्थापित की जाने वाली भगवान राम और सीता माता की प्रतिमा के लिए शिलाएं नेपाल से लाई जा रही हैं. इसका नाम शालिग्राम शिलाखंड हैं जो कि नेपाल की गंडकी नदी में पाए जाते हैं. शालीग्राम को भगवान विष्णु की प्रतिमूर्ति माना जाता है. इसी पत्थर से हिंदू घरों और मंदिरों में पूजे जाने वाले ठाकुरजी बनते हैं. नेपाल के पूर्व उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बिमलेंद्र निधि के प्रयास से अयोध्या ले जाने के लिए दोनों शिलाएं लाई जा रही हैं.