Uttar Pradesh News: कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी के साथ ही राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को लेकर राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह (Minister Dinesh Pratap Singh) के विवादित बयान पर कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा (Congress Legislature Party leader Aradhana Mishra) ने निशाना साधा है. आराधना मिश्रा ने कहा इस मामले में दिनेश प्रताप सिंह और उनकी पार्टी को माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के लिए जिस तरह शर्मनाक और घटिया भाषा का प्रयोग किया गया वह बहुत ही दुखद और राजनीतिक स्तर को नीचे ले जाने वाला है. इसके लिए दिनेश प्रताप सिंह को माफी मांगनी चाहिए.
यह बहुत शर्मनाक-मिश्रा
आराधना मिश्रा ने कहा, यह वही सोनिया गांधी हैं जिनके साथ कई साल तक रहकर उन्होंने अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि को बनाया है. जब उनको और परिवार के लोगों को लाभ दिख रहा था तब सोनिया जी विदेशी नहीं थी. तब कंधे से कंधा मिलाकर चले, सारे लाभ और पद ले लिए, लेकिन जब उससे ज्यादा लाभ और मजबूरियां दिखाई दीं तो बीजेपी में चले गए. उन्होंने कहा कि जिसने आपको यहां तक पहुंचाने में मदद की, सहयोग और विश्वास किया उसके खिलाफ इस तरह के घटिया शब्दों का इस्तेमाल करना बहुत शर्मनाक है.
संकीर्ण विचारधारा-मिश्रा
आराधना मिश्रा ने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की तस्वीर पर दिनेश प्रताप सिंह का बयान संकीर्ण विचारधारा को दर्शाता है. वह जिस वक्त की फोटो है मैं ठीक प्रियंका जी के पास बैठी थी, गाजियाबाद के लोनी की फोटो है. जो उत्साह राहुल गांधी ने वहां देखा उसे देखकर बहुत खुश थे, उन्होंने अपनी बहन को स्नेह दिखाया जो बहुत ही स्वाभाविक था. दिनेश प्रताप सिंह को याद दिलाना चाहती हूं कि हमारी भारतीय सभ्यता में भाई बहन के प्यार की बहुत बड़ी जगह है.
भाई-बहन के प्यार का अपमान-मिश्रा
आराधना मिश्रा ने आगे कहा कि, भाई बहन के प्यार का सबसे बड़ा प्रतीक भाई दूज और रक्षाबंधन का त्यौहार है. इस देश का इतिहास देख लीजिए कि कई ऐसे उदाहरण हैं जब भाई बहन के प्यार की मिसालें दी जाती हैं. उसको अगर आप किसी गलत नजर से देखें तो यह सिर्फ राहुल और प्रियंका की तस्वीर का ही अपमान नहीं बल्कि राष्ट्र की सभ्यता और भाई-बहन के प्यार का अपमान है.
माफी मांगने की मांग की
आराधना मिश्रा ने कहा कि उनको माफी मांगनी चाहिए. अगर वह माफी नहीं मांगते तो बीजेपी को इस घटिया बयान के लिए खुद माफी मांगनी चाहिए. मुख्यमंत्री को इसका संज्ञान लेना चाहिए. स्नेह को व्यक्त करना किसी भी रिश्ते की सबसे खूबसूरत पहचान है. प्यार को परिभाषित करने की ठेकेदारी किसी को नहीं दी गई है. इसका सर्टिफिकेट देने का किसी को अधिकार नहीं है. उन्हें भारतीय संस्कृति की जितनी समझ है उससे कहीं ज्यादा कांग्रेस और कांग्रेस के लोगों को है. अगर मुख्यमंत्री और पार्टी इस बात का संज्ञान नहीं लेते तो इसका मतलब वे इस बयान से सहमत हैं.