Uttar Pradesh News: कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने असहमति जताई है. प्रमोद तिवारी ने कहा कि राजनीति में सभी को संसदीय भाषा का ही प्रयोग करना चाहिए. नैतिकता और मर्यादा की सीमा किसी को भी नहीं लांघनी चाहिए चाहे वह कांग्रेस पार्टी के लोग हों, बीजेपी के हों या फिर सपा-बसपा. तिवारी ने कहा कि इससे पहले भी इस तरह की जो भी बयानबाजी की गई है मैं उन सभी की आलोचना करता हूं.
बीजेपी पर भी खड़ा किया सवाल
हालांकि प्रमोद तिवारी ने यह भी जोड़ा कि बीजेपी को इस मुद्दे को तूल देने से पहले यह भी देख लेना चाहिए कि उनकी पार्टी के नेताओं ने सोनिया गांधी के साथ ही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को लेकर क्या-क्या बातें कहीं हैं. बीजेपी नेताओं ने इन तीनों पर किस तरह की अपमानजनक टिप्पणियां की हैं. लेकिन मैं फिर कहता हूं कि राजनीति में सभी को संसदीय भाषा का ही प्रयोग करना चाहिए. प्रमोद तिवारी ने कहा कि मैंने मधुसूदन मिस्त्री के बयान को नहीं सुना है.
उपचुनावों पर क्या कहा तिवारी ने
वहीं यूपी में मैनपुरी और रामपुर समेत तीन सीटों पर हो रहे उपचुनाव पर प्रमोद तिवारी ने कहा कि चुनाव लड़ने के बारे में पार्टी का संसदीय बोर्ड ही फैसला करेगा. संसदीय बोर्ड का फैसला ही अंतिम होगा. जल्द ही पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक होगी. प्रदेश और प्रांतीय अध्यक्षों की रिपोर्ट के आधार पर संसदीय बोर्ड फैसला लेगा.
प्रमोद तिवारी ने पंजाब की मान सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वहां लगातार अराजकता बढ़ती जा रही है. पंजाब के हालात एक बार फिर से खराब होते जा रहे हैं. पंजाब के हालात एक बार फिर से बदत्तर हो सकते हैं. आम आदमी पार्टी की सरकार वहां कुछ करने के बजाय सिर्फ राजनीति में ही व्यस्त है. बीजेपी और आप दोनों आपस में मिले हुए हैं.