Gorakhpur News: विदेशी भाषा सीखना चाहते हैं तो आपके लिए खुशखबरी, गोरखपुर यूनिवर्सिटी की नई पहल
UP News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय इसी सत्र से जर्मन और फ्रेंच लैंग्वेज का कोर्स शुरू करने जा रहा है. ये कोर्स छह माह का होगा.
Gorakhpur University News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (Deendayal Upadhyay Gorakhpur University) में अब विदेशी भाषाओं को सीखने की इच्छा रखने वाले छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी है. वे अब यहां पर जर्मन (German language) और फ्रेंच (French language) लैंग्वेज सीख सकते हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन छह माह के सर्टिफिकेट कोर्स को इसी सत्र से शुरू करने जा रहा है. इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से तैयारी पूरी कर ली गई है. विश्वविद्यालय की ओर से इस अनोखी पहल से छात्र भी खुश हैं क्योंकि विषय की पढ़ाई के साथ उनके पास अलग सर्टिफिकेट होगा और उन्हें विदेश में भी इसका फायदा होगा.
क्या मिलेगा फायदा
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय इसी सत्र से जर्मन और फ्रेंच लैंग्वेज का कोर्स शुरू करने जा रहा है. ये कोर्स छह माह का होगा. इसे करने के बाद जहां छात्रों के पास एक विदेशी भाषा का सर्टिफिकेट होगा, तो वहीं उन्हें विदेश में भी इसका फायदा विदेशी भाषा के रूप में मिलेगा. इससे वे विदेश में अनुवादक और अन्य क्षेत्र में अपना करियर संवार सकते हैं. विदेशी भाषा सीखने वाले छात्रों को संबंधित देशों में बोलचाल में भी सुविधा होगी. इसके साथ ही उनके अनुभव में एक अन्य योग्यता भी जुड़ जाएगी.
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छात्र ने क्या कहा
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के एमए अंग्रेजी के छात्र पीयूष सिंह ने कहा कि वे लोग सर्टिफिकेट कोर्स के लिए ऑनलाइन अप्लाई करते हैं. वो काफी महंगा होता है. विश्वविद्यालय प्रशासन की अच्छी पहल है. विश्वविद्यालय इस कोर्स को न्यूनतम दर और निःशुल्क भी चला सकता है. ऐसे में उन्हें काफी फायदा होता है. उन्होंने कहा कि विदेशों में भी इसका फायदा मिलेगा. दूसरे कोर्स में प्रवेश के समय भी इसका लाभ मिलेगा. सेना में भर्ती के दौरान इसका कितना फायदा होगा, ये अभी कहना जल्दबाजी होगी.
दूसरे छात्रों ने क्या कहा
विश्वविद्यालय के एमए अंग्रेजी विभाग के छात्र अरविंद कुमार का कहना है कि वे लोग अंग्रेजी के छात्र हैं. ऐसे में विदेशी भाषाओं का बहुत महत्व है. वे कहते हैं कि विदेश में अंग्रेजी के साथ अन्य विदेशी भाषा की जानकारी होने का भी फायदा मिलेगा. इसके साथ ही विदेश में दूसरे कोर्स करने के दौरान भी ये भाषाएं उनके काम आएंगी. पुष्पांजलि यादव बीए सेकंड सेमेस्टर की छात्रा हैं. वे कहती हैं कि इस कोर्स से छात्रों को काफी लाभ मिलेगा. उनका कहना है कि अंग्रेजी भाषा पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को विदेश में भी इसका फायदा मिलेगा. इसके अलावा एक अलग सर्टिफिकेट कोर्स उनके लिए मददगार साबित होगा.
करियर में फायदा-छात्र
हर्षिता राय एमए अंग्रेजी की छात्रा हैं. वे कहती हैं कि वे अंग्रेजी विषय की छात्रा हैं. इसके साथ ही जर्मन और फ्रेंच भाषा में सर्टिफिकेट कोर्स उनके करियर के लिए काफी महत्वपूर्ण है. रितेश एमए अंग्रेजी के छात्र हैं. वे कहते हैं कि गाइड के रूप में इसे यूज कर सकते हैं. विदेश में किसी भी जर्मन और फ्रेंच भाषी लोगों से वे आसानी से बात कर सकते हैं और उनकी बात को समझ भी सकते हैं. इससे विदेश में उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होगी. उनके करियर के लिए भी फायदा होगा.
अंग्रेजी विभाग अध्यक्ष ने क्या कहा
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि, उनके विभाग को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है. कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने जब कार्यभार ग्रहण किया था तो उनका विजन रहा है कि अधिक से अधिक कोर्स यहां पर शुरू हो. फ्रेंच और जर्मन लैंग्वेज को शुरू करने के लिए वे लोग तैयारी कर रहे हैं. इसे इसी सत्र से शुरू किया जाएगा. ये बहुत ही अच्छा कोर्स होगा. एक सेमेस्टर के इस सर्टिफिकेट कोर्स को अपनी रेग्युलर पढ़ाई के साथ स्टूडेंट्स पूरा कर सकते हैं. ये छह माह का कोर्स होगा.
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