UP News: अयोध्या (Ayodhya) में सरयू (Sarayu) के करीब वाले क्षेत्रो मांझा जमथरा से लेकर गोलाघाट तक जिन लोगों ने डूब क्षेत्र में निर्माण किए हैं, विकास प्राधिकरण उन सभी को ध्वस्त कर रहा है. अयोध्या विकास प्राधिकरण (Ayodhya Development Authority) ने इस क्षेत्र की 40 कॉलोनियों को अवैध घोषित किया है. प्राधिकरण के ओर से जारी 40 लोगों की लिस्ट में अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, अयोध्या के बीजेपी (BJP) विधायक वेद प्रकाश गुप्ता (Ved Prakash Gupta) और मिल्कीपुर (Milkipur) विधानसभा के पूर्व बीजेपी विधायक गोरखनाथ बाबा के नाम भी शामिल हैं. इसपर अब डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) का बयान आया है.
डिप्टी सीएम ने कहा, "अयोध्या विकास प्राधिकरण की जो सूची आई है वो पूरी तरह फर्जी है. मामले में जांच चल रही है, आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. ये बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को बदनाम करने की साजिश है." उन्होंने कहा, "विपक्षी दलों के पास कोई मुद्दा नहीं है. जब से प्रभु राम का भव्य मंदिर वहां बन रहा है, तब से उनके मन में बहुत पीड़ा है. वे विद्वेष की भावना से काम कर रहे हैं."
क्या बोले अखिलेश यादव?
इससे पहले अयोध्या के बीजेपी सांसद लल्लू सिंह ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अधिकारियों और भू-माफियाओं के बीच बड़े गठजोड़ की बात कही थी. इसके लिए एसआईटी बनाकर जांच करने की मांग की थी. जबकि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इस मुद्दे पर सराकार पर निशाना साधा था.
सपा प्रमुख ने मंगलवार को एक पेपर कटींग शेयर कर कहा, "हमने पहले भी कहा है फिर दोहरा रहे हैं. बीजेपी के भ्रष्टाचारी कम-से-कम अयोध्या को तो छोड़ दें." वहीं उन्होंने सात अगस्त को भी एक पेपर कटींग शेयर कर यही बात लिखी थी.
अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और नगर आयुक्त विशाल सिंह ने कहा है कि हम किसी भी प्रकार का अवैध निर्माण और किसी भी प्रकार की अवैध कॉलोनी बनने से रोकेंगे. यहां पर किसी भी प्रकार का मकान बनाना या निर्माण कराना परमिटेड नहीं है. यहां जितनी भी अवैध कालोनियां हैं, वर्तमान में 40 कॉलोनियां चिन्हित की गई हैं. हम बारी-बारी से करके डिमोलिशन की कार्रवाई कर रहे हैं.
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