प्रयागराज के डीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने बताया कि प्रयागराज में एक वक्त कोरोना का काफी ज्यादा संक्रमण था. रोजाना करीब दो हजार केस आ रहे थे, लेकिन अब संक्रमण कम हुआ है, अब करीब 200 केस आ रहे हैं.
हमारी कोशिश है कि इसे शून्य पर लाया जाए. अगली लहर को लेकर भी हमने तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं. ट्रिपल टी की नीति को आक्रामक रूप से अपनाया गया है. जिले में 550 आरआर टीम काम कर रही हैं. जो भी मरीज पॉजिटिव आता है तो उसके घर जाकर उनकी स्थिति की समीक्षा कर आगे जैसा भी जरूरी होता है कदम उठाते हैं. इसके साथ ही गंभीर रूप से बीमार मरीजों को अस्पताल लाने की पूरी व्यवस्था की गई.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई हिस्सों में ऑक्सीजन की कमी की खबरें आयीं, लेकिन प्रयागराज में ऐसी कोई दिक्कत कभी नहीं आयी. गंगा में शवों को लेकर राष्टीय स्तर पर भी मुद्दा उठाया गया, लेकिन प्रयागराज में अभी तक ऐसी कोई स्थिति सामने नहीं आयी है. लेकिन आगे भी ऐसी कोई स्थिति ना आए उसके लिए हमने कदम उठा रहे हैं. अगर किसी के यहां ऐसी परंपरा है तो उन्हें भी मना कर रह हैं कि ऐसा ना करें. मृतकों के सम्मान अंतिम संस्कार को लेकर भी निर्देश दिए गए हैं. ऐसी किसी स्थिति में कोई मुनाफाखोरी ना करे, किसी को अमानवीय स्थिति का सामना ना करना पड़े, इसे लेकर सख्त निर्देश दिए गए हैं.
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