यूपी के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के ठिकानों पर ED की छापेमारी, ये है मामला
पूर्व मंत्री प्रजापति और अन्य पर एक महिला से बलात्कार और उसकी नाबालिग बेटी के उत्पीड़न के प्रयास का आरोप है. प्रजापति को 15 मार्च 2017 में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले के सिलसिले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के कई ठिकानों पर बुधवार को छापेमारी की. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने कहा कि केन्द्रीय जांच एजेंसी मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विभिन्न धाराओं के तहत लखनऊ, कानपुर और अमेठी में सात जगह छापेमारी कर रही है. उन्होंने कहा कि कानपुर में प्रजापति के चार्टर्ड अकाउंटेंट, अमेठी में 'बेनामी संपत्ति धारकों' और राज्य की राजधानी लखनऊ में प्रजापति के आवास और कार्यालय में तलाशी ली जा रही है.
प्रजापति पर रेप और उत्पीड़न के प्रयास का आरोप
पूर्व मंत्री प्रजापति और अन्य पर एक महिला से बलात्कार और उसकी नाबालिग बेटी के उत्पीड़न के प्रयास का आरोप है. प्रजापति को 15 मार्च 2017 में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. फिलहाल लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में उनका विभिन्न बीमारियों का इलाज चल रहा है. ईडी, अखिलेश यादव नीत समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे प्रजापति पर अचल संपत्ति रखने के आरोपों की जांच कर रही है.
ईडी की जांच प्रजापति और अन्य के खिलाफ अवैध रेत खनन मामले में पिछले साल सीबीआई द्वारा दायर दो प्राथमिकियों से संबंधित है. प्रजापति और राज्य के चार आईएएस अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई ने मामला दर्ज किया था, जिसके आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया. सीबीआई ने इस मामले में तत्कालीन प्रधान सचिव जीवेश नंदन, विशेष सचिव संतोष कुमार और तत्कालीन जिला मजिस्ट्रेट अभय और विवेक के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
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