UP Electricity Workers Strike: यूपी सरकार की एस्मा और एनएसए की चेतावनी के बावजूद भी यूपी में बिजली कर्मचारियों (Electricity Workers) की 3 दिवसीय हड़ताल जारी है. वहीं बिजली कर्मियों की हड़ताल का जल निगम ने समर्थन किया है. जल निगम का कहना है कि, 'कर्मचारियों और ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते का पालन शीर्ष प्रबंधन के नकारात्मक और हठवादी रवैये के चलते बिजली कर्मचारियों को हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. ऊर्जा मंत्री से अपील है कि कर्मचारियों के जायज मांगो को पूरा करते हुए हड़ताल को खत्म कराया जाए.'


जलसंस्थान ने उत्तर प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए लिखा है कि, 'उत्तर प्रदेश जलसंस्थान कर्मचारी महासंघ के संज्ञान में आया है कि उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों की 72 घंटे की हड़ताल चल रही है. कर्मचारियों और ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते का पालन शीर्ष प्रबंधन के नकारात्मक और हठवादी रवैये के चलते बिजली कर्मचारियों को हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होना पड़ा है. प्रदेश में इस हड़ताल का व्यापक असर पड़ रहा है. इस सम्बंध में उत्तर प्रदेश जलसंस्थान कर्मचारी महासंघ ऊर्जा मंत्री से अपील करता है कि कर्मचारियों के जायज मांगो को पूरा करते हुए हड़ताल को समाप्त करने का कष्ट करें. अन्यथा उत्तर प्रदेश जल संस्थान कर्मचारी महासंघ इस हड़ताल का समर्थन करेगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सरकार की होगी.'




जौनपुर में 117 संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त 
वहीं बिजली कर्मियों के हड़ताल से प्रदेश भर में बिजली संकट बढ़ गया है. ऐसे में बिजली हड़ताल पर जौनपुर में कार्रवाई की गई है. यहां बिजली हड़ताल में सहयोग कर रहे कार्यदायी संस्था मेसर्स वर्ल्ड क्लासिक सर्विसेस लिमिटेड के 117 संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई है. वहीं संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा चल रही हड़ताल में कर्मियों के प्रतिभाग पर भी कार्रवाई हुई है. चेतावनी के बाद भी बिजली विभाग काम न करने पर अड़ा रहा. ऐसे में एस्मा के तहत विभाग ने कुल 21 नामजद लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. वहीं मिली जानकारी के अनुसार ऊर्जा मंत्री के साथ लंबी बातचीत के बावजूद फिलहाल अभी तक कोई हल नहीं निकला है. 


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