Noida: बिजली उपभोक्ताओं के लिए अहम खबर, वक्त पर पूरी कर लें KYC की प्रक्रिया, नहीं तो झेलनी पड़ सकती है मुसीबत
Noida में नए कनेक्शन की प्रक्रिया में तो KYC पूरी होने के बाद ही उपभोक्ता को बिजली कनेक्शन मिलता है. लेकिन पुराने बिजली कनेक्शन में ये प्रक्रिया अभी भी अधूरी है. जिसके लिए विभाग एक अभियान चला रहा है.
Noida News: नोएडा (Noida) में बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक अहम खबर है. गौतमबुद्धनगर (Gautam Budh Nagar) में बिजली विभाग ने KYC अभियान की शुरुआत की है. इसके तहत सभी उपभोक्ताओं के लिए जरूरी है कि वो अपना 'ग्राहक को जाने' प्रक्रिया को पूरी करें. दरअसल नए कनेक्शन की प्रक्रिया में तो KYC पूरी होने के बाद ही उपभोक्ता को बिजली कनेक्शन मिलता है. लेकिन पुराने बिजली कनेक्शन में ये प्रक्रिया अभी भी अधूरी है. ऐसे में बिजली विभाग अभियान चलाकर अपने 3.6 लाख उपभोक्ताओं की जानकारी का डाटा तैयार कर रहा है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल नंबर अपडेट पर फोकस रहेगा ताकि बिल और संबंधित मुद्दों को एसएमएस अलर्ट के जरिए भेजा जा सके।
मोबाइल नंबर बदलने से हो रही परेशानी
पीवीवीएनएल के चीफ इंजीनियर जेवी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि, गौतम बुद्ध नगर में हमारे करीब 3.60 लाख उपभोक्ता हैं. इसके साथ ही नए कनेक्शन फिलहाल केवाईसी प्रक्रिया के जरिए दिए जा रहे हैं. लेकिन परेशानी पुराने कनेक्शनों में आ रही है. क्योंकि या तो उन उपभोक्ताओं का कॉन्टेक्ट नंबर या फिर पता बदल गया है. ऐसे में उन उपभोक्ताओं तक बिजली डिस्कॉम की जानकारी सही से नहीं पहुंच पा रही है. इसलिए सिस्टम में बिलिंग और अन्य संबंधित मुद्दों को कारगर बनाने के लिए, हमने केवाईसी अभियान शुरू किया है.
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ग्रामीण क्षेत्रों पर रहेगा फोकस
उन्होंने आगे बताया कि, करीब 85% से 90% बिलिंग ऑनलाइन हो रही है. साथ ही 10-15% उपभोक्ता पर्याप्त विवरण या एड्रेस प्रूफ आदि से संबंधित केवाईसी दस्तावेजों के अभाव में बिजली विभाग के दायरे से बाहर रहते हैं. इसलिए शत-प्रतिशत बिलिंग करने के लिए अभियान के तहत उपभोक्ताओं को ऑनलाइन बिल भेजने की प्रक्रिया की जा रही है. लेकिन ऐसा तभी संभव हो पाएगा जब सभी उपभोक्ताओं की जानकारी हमारे पास होगी. केवाईसी में उपभोक्ता का मोबाइल नंबर, व्हाट्सएप नंबर और ई-मेल आईडी शामिल है, हम इन्हें अपडेट कर रहे हैं और ऐसा करने के लिए शहर के आरडब्ल्यूए की मदद ली जा रही है. वहीं बात की जाए ग्रामीण क्षेत्रों की तो वहां पर एड्रेस प्रूफ के लिए मोबाइल नंबर अपडेट करने और आधार वेरिफिकेशन पर फोकस किया जा रहा है.