UP Electricity Crisis: उत्तर प्रदेश में बिजलीकर्मियों की हड़ताल का प्रदेश की बिजली व्यवस्था पर जबरदस्त असर दिखाई दे रहा है. कर्मचारियों की हड़ताल से यूपी की बिजली व्यवस्था चरमरा गई है. यूपी के कई जनपदों में बत्ती गुल हो गई है. लखनऊ, कानपुर, आगरा, देवरिया, शामली, अमेठी समेत कई जनपदों में पहले ही दिन बिजली का संकट खड़ा हो गया हैं. ऐसे में बिजलीकर्मियों ने सरकार के सामने अपनी कुछ मांगे रखी है और उन्हें पूरा करने की मांग की है.
बिजलीकर्मियों ने की ये मांग
- ऊर्जा निगमों के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक का चयन समिति से किए जाने की मांग की है.
- पहले की तरह मिल रहे तीन पदोन्नति पदों के समयबद्ध वेतनमान के आदेश को करने की मांग की है.
- बिजलीकर्मियों के लिए पावर सेक्टर एम्पलाइज प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की है.
- पारेषण के विद्युत उप केंद्रों के परिचालन और अनुरक्षण की आउटसोर्सिंग को बंद करने की मांग की है.
- नए विद्युत उपकेंद्रों का निर्माण पारेषण निगम से कराए जाने की मांग की है.
- संविदा निविदा कर्मियों को अलग-अलग निगमों में मिल रहे मानदेय की विसंगत दूर करने की मांग है.
- भत्तों के पुनरीक्षण और वेतन विसंगतियों के निराकरण की मांग की है.
- सस्ती बिजली उपलब्ध कराने वाले विद्युत उत्पादन निगम को ओबरा और अनपरा में दो इकाइयां प्रदान किए जाने की मांग की है.
कई जनपदों में बिजली व्यवस्था चरमराई
राजधानी लखनऊ में हड़ताल के पहले दिन से ही इसका असर दिखने लगा है. कई जगहों पर घंटों बिजली कटौती हो रही है.आगरा में मुख्य अभियंता कार्यालय पर बिजली कर्मचारियों का धरना चल रहा है. यहां के ग्रामीण इलाकों में फॉल्ट होने से बिजली नहीं मिल रही है जिससे आम लोग परेशान है. हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि अगले आदेश तक उनका धरना इसी तरह जारी रहेगा. वहीं शामली में भी बीती रात से बत्ती गुल हो गई है. यहां पर रात 11 बजे से शहर की बत्ती गुल है. अमेठी की बात करें तो यहां भी हड़ताल की वजह से विद्युत व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है. यहां आधे जिल में बिजली गुल है जिसके बाद पॉवर हाउस पर पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया गया है. देवरिया का भी यही हाल है, यहां के अधिकांश मोहल्ले में बिजली की सप्लाई नहीं हो रही है.
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