Etah News: 'समय समय की बात है समय बड़ा बलवान' ये लाइनें एटा के समाजवादी पार्टी के नेता, पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं. ये दोनों सगे भाई हैं. कभी इनका एटा में जबर्दस्त रसूख हुआ करता था. सपा सरकार में तूती बोलती थी. लेकिन बदली सरकार में उनका रसूख और असर सब बेअसर हो गया है. इन दिनों इनके साम्राज्य पर बुलडोजर कहर बरपा रहा है. हालत यहां तक पहुंच गए हैं कि प्रदेश भर में धमक रखने वाले ये बाहुबली नेता अपने अवैध निर्माण और घर बुलडोजर के डर से खुद ही तोड़ रहे हैं.

 

सपा नेताओं ने खुद ही तोड़े अवैध कब्जे

सपा सरकार में रामेश्वर सिंह को आसपास के लोग मिनी मुख्यमंत्री कहते थे. उनके भाई जुगेन्द्र यादव का जलवा भी कम नहीं था. जिला स्तर के सभी अधिकारी इनके घर पर हाजिरी देने पहुंचते थे. एटा जिला मुख्यालय में प्रेम नगर इन्होंने अपने आवास के आसपास काफी अवैध कब्जा किया हुआ था, लेकिन अब इनके मन में बुल्डोजर का ऐसा खौफ है कि खुद ही अपनी लेबर लगवाकर सालों से कब्जाए अवैध निर्माण को तुड़वाना शुरू कर दिया. इन तस्वीरों को देखकर हर कोई हैरान है. किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन इन बाहुबली नेताओं के ऐसे दिन भी आएंगे.

 

बुलडोजर के डर से ध्वस्त किए अवैध कब्जे

2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में भी रामेश्वर सिंह यादव अलीगंज विधान सभा से और जुगेंद्र सिंह यादव एटा विधान सभा से सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे. लेकिन दोनों ही चुनाव हार गए. ये दोनों सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव के रिश्तेदार हैं. यही वजह है कि सपा सरकार में इनका डंका बोला करता था. रामेश्वर के अलावा इनके भतीजे विक्रांत यादव ने भी अवैध कब्जा करके बनाये गए अपने कोल्ड स्टोर को खुद ही तोड़ लिया. जो क्षेत्र में काफी चर्चा का विषय बना.

 

माना जा रहा है कि सरकारी बुलडोजर से पहले सपा नेता अपने अवैध निर्माण इसलिए ध्वस्त कर रहे हैं ताकि सामाजिक बेइज्जती से बचा जा सके और इनका सम्मान भी बचा रह सके क्योंकि बुलडोजर आया तो इन्होंने अब तक जो रसूख बनाया था वो भी अवैध निर्माण के साथ ध्वस्त हो जाएगा. योगी 2.0 में पिछले 5 दिनों में 500 बीघा से ज्यादा दबंगो द्वारा कब्जा की गई जमीन के साथ साथ भट्टे, कोल्ड स्टोर, और मकानों आदि से भी सरकारी जमीन पर किया गया कब्जा मुक्त करवाया गया है.