UP News: इटावा (Etawah) में बरसात से पहले नगरपालिका के नालों की सफाई अभियान के दावे फेल होते नजर आ रहे है. लगातार हो रही बारिश से शहर की सड़कें और गालियां जलमग्न हो गयी है. जिन्हें देखकर कहा जा सकता है कि नगरपालिका द्वारा कराया गया सफाई अभियान बरसात से निपटने के लिए नाकाफी था. जलभराव से सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को हो रही है. लगातार हो रही बारिश के चलते स्कूल जाने वाले नन्हे मुन्ने बच्चों को जलभराव से होकर गुजरना पड़ रहा है. वहीं मौसम में बदलाव और जलभराव से भीगने के चलते बीमारियों और संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है. आम शहरवासी भी जलभराव से परेशान हुआ है.
इटावा से कानपुर की और जाने वाले कालपी सर्कुलर रोड पूरी तरह जलमग्न हो गया. यह मुख्य सड़क इटावा से शहर से कानपुर की ओर जाने वाले हाईवे को जोड़ती है. ऐसे में यहां से गुजरने वाले राहगीरों को जलभराव का सामना करना पड़ रहा है.
इन इलाकों में जलभराव
इटावा में बारिश से जलभराव की स्थिति से आम शहरी परेशान हैं. शहर के विभिन्न इलाकों में बारिश होने से जलभराव हो जाता है. वहीं स्कूली बच्चें भी जलभराव से होकर गुजरने पर मजबूर है. लेकिन पालिका प्रशासन बारिश से नालों की सफाई, ड्रेनेज सिस्टम होने की बात कहता नजर आता है. लेकिन नगरपालिका के दावों की बारिश में पोल खुलती नजर आ रही है. जगह-जगह बारिश से जलभराव हो रहा है. सबसे ज्यादा परेशानी मोहल्ला बेरुन कटरा साहब खां, तकिया ट्रांसपोर्ट, कालपी सर्कुलर रोड के साथ ही लाइन पार के इलाकों में भारी जलभराव देखने को मिल रहा है.
किया था ये दावा
लेकिन पालिका के जिम्मेदार इस जलभराव को लेकर लगातार हो रही बारिश को दोष दे रहे हैं और अपनी जिम्मेदारियों से बचते नजर आ रहे हैं. बारिश में पालिका की सफाई की पोल भी खुल गयीं. पालिका ने बरसात से पहले नाले की सफाई को लेकर तेजी से अभियान चलाया गया था. पालिका की ओर से भी बार-बार यह दावा किया जा रहा था कि समय रहते नालों की सफाई पूरी कर ली गयीं है, लेकिन इन सबके बावजूद शहर क्षेत्र में मात्र एक घंटे की बरसात में ही पालिका के सफाई के दावों की पोल खुल जाती है.
क्या बोले चेयरमेन?
वहीं इस बारे में नगर पालिका चैयरमेन प्रतिनिधि और पूर्व चैयरमेन फुरकान अहमद से पूछा तो उन्होंने जलभराव के लिए भारी बरसात को दोष देते हुए नजर आये. उन्होंने कहा कि ड्रेनेज सिस्टम के लिए हर जगह पालिका के पम्प सेट लगे हैं. लेकिन तेज बरसात ज्यादा होने के चलते जलभराव हो रहा है. वहीं देखा जाए तो नगरपालिका से ज्यादा जलभराव के लिए वो अवैध कॉलोनियां भी जिम्मेदार है जो विनिमय क्षेत्र से बिना नक्शा पास कराये कॉलोनी काट कर निर्माण कर लेते है. ऐसी अवैध कॉलोनियों में जलभराव की अधिक समस्या देखने को मिलती है. जहां पर बिना नक्शा पास कराए निर्माण के चलते पालिका के साथ ही प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी भी अधिक ध्यान नहीं दे पाते.